Reported By: Surendra nath Dwivedi
Published on: Nov 6, 2020 | 8:47 PM
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तमकुहीराज/कुशीनगर। भारत जैसे देश में जब तक बृद्धा आश्रम बनते रहेगें, तब तक न रामराज्य की कल्पना कर सकते है, और न ही भारत विश्व गुरु ही बन सकता है।
उक्त बातें श्री हनुमान मंदिर निर्माण समिति समउर बाजार द्वारा आयोजित श्रीराम कथा के तीसरे दिन श्रीराम जन्म की कथा सुनाते हुए श्रीराम मंदिर ट्रस्ट अयोध्या जी के अध्यक्ष संत शिरोमणि श्री नृत्यगोपाल दास जी महाराज की शिष्या साध्वी दीदी स्मिता वत्स ने कहीं। उन्होंने कहा कि प्रभु ने अवतार सनातन धर्म, संस्कृति, मातृ भूमि की रक्षा के लिए लिया था। दीदी स्मिता वत्स ने कहा कि प्रभु के सभी अवतार भारत देश में ही हुए, वह इस लिए की भारत वर्ष के लोग धरती माता को माँ मानते है, जबकि विश्व के किसी भी देश में धरती को माँ नहीं मानते। ऐसे में जहां माँ की ममता सर्वदा हो वहां कौन जन्म लेने को लालायित नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि आज भारत में रामराज्य और देश को विश्व गुरु बनाते की कल्पना करते है। लेकिन देश में बृद्धा आश्रम के निर्माण जिस तेजी से हो रही है, उसे देख खुद पर शर्मिंदगी होती है। उधर श्रोता श्रीराम जन्म की कथा सुन जयघोष करते रहे तो महिलाएं नृत्य करती रही।
इस दौरान कन्हैया मिश्र, रमेश सिंह, विसुन गुप्ता, राजेश पांडेय, चंद्रशेखर पांडेय, अभय मिश्र, राकेश मद्देशिया उर्फ लालू, बबलू मद्देशिया, जितेंद्र मद्देशिया, अदालत गुप्ता, शम्भू पासवान, राधेश्याम गुप्ता, असरफी गुप्ता, मुन्ना मद्देशिया, आनन्द मद्देशिया, उमेश गुप्ता, विकास सूर्यवंसी, सोनेलाल शर्मा, अशोक भारती सहित काफी तादाद में लोग मौजूद थे।
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