Reported By: न्यूज अड्डा डेस्क
Published on: Nov 17, 2020 | 10:31 AM
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दीपावली का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाने के बाद अब लोग छठ पूजा की तैयारी में लग गए हैं। चार दिन तक चलने वाले इस पर्व को श्रद्धालु बड़ी ही श्रद्धा व विश्वास के साथ मनाते हैं। छठ पूजा में भगवान सूर्य की उदय व अस्त होते समय उपासना का विशेष महत्व है। छठी माई की पूजा कर श्रद्धालु घर की सुख समृद्धि की कामना करते हैं। श्रद्धालुओं ने अभी से ही इस पर्व की तैयारी शुरू कर दी है।
यह पर्व 18 से 21 नवंबर तक मनाया जाएगा। महिला व पुरुष पूरी श्रद्धा के साथ इसे मनाएंगे। भगवान सूर्य की उपासना में लोक रीति व संस्कृति की भी झलक देखने को मिलेगी। जिसमें वर्तमान में उत्पादित होने वाली फसलों, फलों, घर में तैयार खाद्य पदार्थों का भोग सहित पूजन होगा। साथ ही लोक भजन विशेष तौर पर आकर्षण का केंद्र होते हैं।
पहला दिन : 18 नवंबर को नहाय खाय की रस्म होती है। महिलाएं पूरा दिन व्रत रखने के बाद शाम को लौकी चावल का सेवन करेंगी।
दूसरा दिन: 19 नवंबर को लोहांडा-खरना होगा। महिलाएं खीर, चावल, गुड़ के पराठे का सेवन करेंगी।
तीसरा दिन: 20 नवंबर को अस्ताचलगामी सूर्य उपासना होगी। महिलाएं सरोवर में भगवान सूर्य को अर्घ्य देंगी।
चौथा दिन: 21 नवंबर को सूर्योदय के समय सूर्य उपासना होगी। महिलाएं सरोवर में भगवान सूर्य को उदय के समय अर्घ्य देंगी व व्रत का पारण करेंगी। होने लगा वेदी का निर्माण
पर्व को लेकर तैयारियों का दौर सोमवार से ही शुरू हो गया। गोल्फ मैदान में बने सरोवर को साफ सुथरा किया। घाट की सफाई के बाद वेदी का निर्माण भी करने लगे हैं। पीएसी क्षेत्र में लगभग 250-300 परिवार के लोग इस व्रत उपासना को करते हैं। आशादेवी, कलावती, नीतू व प्रियंका आदि महिलाओं ने घर सहित घाट तक तैयारी को करने में जुटी हुई हैं।