Reported By: न्यूज अड्डा डेस्क
Published on: Nov 16, 2020 | 10:37 AM
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प्रेस की स्वतंत्रता एंव जिम्मेदारियों की ओर हमारा ध्यान आकृष्ट करता है..
राष्ट्रीय प्रेस दिवस प्रत्येक वर्ष ’16 नवम्बर’ को मनाया जाता है। यह दिन भारत में एक स्वतंत्र और जिम्मेदार प्रेस की मौजूदगी का प्रतीक है। विश्व में आज लगभग 50 देशों में प्रेस परिषद या मीडिया परिषद है। भारत में प्रेस को ‘वाचडॉग’ एंव प्रेस परिषद इंडिया को ‘मोरल वाचडॉग’ कहा गया है। राष्ट्रीय प्रेस दिवस, प्रेस की स्वतंत्रता एंव जिम्मेदारियों की ओर हमारा ध्यान आकृष्ट करता है।
प्रथम प्रेस आयोग ने भारत में प्रेस की स्वतंत्रता की रक्षा एंव पत्रकारिता में उच्च आदर्श कायम करने के उद्देश्य से एक प्रेस परिषद की कल्पना की थी। परिणाम स्वरूप 4 जुलाई, 1966 को भारत में प्रेस परिषद की स्थापना की गई, जिसने 16 नवम्बर, 1966 से अपना विधिवत कार्य शुरू किया। तब से लेकर आज तक प्रतिवर्ष 16 नवम्बर को ‘राष्ट्रीय प्रेस दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।
कभी पत्रकारिता एक मिशन था लेकिन आजकल खबरों में प्रायः पक्षधरता एवं अंसतुलन देखने को मिलता है। इस प्रकार खबरों में निहित स्वार्थ साफ झलकने लग जाता है। प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रोनिक मीडिया कार्पोरेट्स घरानो द्वारा संचालित हो रहे है इसलिए प्रेस को निष्पक्ष और आज़ाद नहीं माना जा सकता l
इस दौर में भी राष्ट्रीय एवं आंचलिक स्तर पर प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रोनिक मीडिया में ऐसे पत्रकार है
जो जोखिम उठाकर प्रेस की आज़ादी को बचाते हुए अपने सामाजिक सरोकारों का परिचय दे रहे है| उन्हें सलाम