Reported By: न्यूज अड्डा डेस्क
Published on: Nov 18, 2020 | 8:39 AM
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लखनऊ. यूपी की योगी सरकार (Yogi Government) ने 23 नवंबर से सभी राज्य व निजी विश्वविद्यालय (University) खोलने का फैसला लिया है. मंगलवार को इस संबंध में अपर मुख्य सचिव मोनिका एस गर्ग ने प्रदेश के सभी जिलों के जिलाधिकारियों, उच्च शिक्षा निदेशक, प्रयागराज, सभी राज्य व निजी विश्वविद्यालयों के कुलसचिव को पत्र लिखकर आदेश जारी कर दिए हैं. जारी किए गए आदेश में कहा गया है कि कक्षाओं में अधिकतम 50 प्रतिशत विद्यार्थी ही उपस्थित रहेंगे. वहीं कॉलेज स्टॉफ को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने का आदेश दिया गया है. निर्देश में छात्रों से अपील करते हुए कहा है कि सभी छात्रों को फेस कवर/मास्क पहनना अनिवार्य होगा.
मोबाइल में आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करना चाहिए.
छात्रों को शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ्य रहना चाहिए.
छात्रों को कोविड- 19 महामारी के मद्देनजर स्वास्थ्य एवं सुरक्षा उपायों के संबंध में विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए. कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए क्लासेस चलाई जाएंगी.
उधर, कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव में उत्तर प्रदेश सरकार की रणनीति को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने सराहनीय बताया है. डब्लूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना पीड़ित मरीजों के सम्पर्क में आए 93 प्रतिशत लोगों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग कर कोरोना की रफ्तार पर लगाम कसी है. कोविड-19 बचाव के लिए यूपी सरकार ने जो कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की रणनीति अपनाई है, वह दूसरे प्रदेशों के लिए नजीर बन सकती है.
डब्लूएचओ की रिपोर्ट में यह भी खुलासा किया गया है कि सीएम योगी आदित्यनाथ की पहल पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए शुरुआत से ही ठोस कदम उठाए जा रहे हैं. रिपोर्ट के अनुसार यूपी में कोरोना के अब तक 474054 कुल केस आए हैं. देश की जनसंख्या के हिसाब से सबसे बड़ा प्रदेश होने के बावजूद कोविड-19 संक्रमण को रोकने के लिए यूपी सरकार ने जो कदम उठाए हैं, वह दूसरी सरकारों के लिए सीख है.
Topics: सरकारी योजना