Reported By: Ved Prakash Mishra
Published on: Nov 29, 2020 | 5:19 PM
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हाटा/कुशीनगर | केंद्र सरकार के किसान विरोधी नीतियों के विरुद्ध पंजाब, हरियाणा, राजस्थान व पश्चमी उत्तर प्रदेश के किसान सड़क पर उतर आए हैं।सरकार के इशारे पर पुलिस उनके आंदोलन को दमन कर रही है। वहीं कानून व्यवस्था भी पुरी तरह से चरमरा गई है।जो बर्दाश्त के बाहर है। यह सब लेकर आगामी दो दिसंबर दिन बुधवार को किसानों के साथ जिलाधिकार कार्यालय पर धरना देकर ज्ञापन देंगे।
उक्त बातें रविवार को नगर के एक रेस्टोरेंट में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए पूर्व राज्य मंत्री राधेश्याम सिंह ने कहा कि तीन दिन पहले जनपद के तुर्कपट्टी थाना क्षेत्र के एक गांव में एक दस बर्षीया लड़की के साथ दरिंदगी कर निर्मम हत्या करने के मामले में जहां पुलिस असफल है वहीं अभी तक प्रदेश सरकार का कोई मंत्री तक वहां नहीं पहुंचा। श्री सिंह ने सरकार से मृत वालिका के परिजनों को 25 लाख रुपए मुआवजा देने की अबिलंब मांग की। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल में सबसे ज्यादा गन्ना, धान व गेंहू की खेती होती है। चालीस फिसली गन्ना व धान की फसल बर्बाद हो गयी लेकिन सरकार उसकी सुधि नहीं ली। प्रदेश में भाजपा की सरकार बने चार साल हो गए लेकिन एक भी रुपए मूल्य बृधि नहीं हुई। इन सभी बिंदुओं को लेकर आगामी दो दिसंबर दिन बुधवार को जिलाधिकारी कुशीनगर के कार्यालय के सामने 11बजे से किसानों के साथ धरना दिया जाएगा और राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन भी दिया जाएगा। श्री सिंह ने जनपद के सभी किसान भाईयों को समय से पहुंचने की अपील किया है। इस दौरान संजीव कुमार राव उर्फ़ पिंटू राव, राजन तिवारी, टीपू खान, कपिलेश्वर बरनवाल, इसहाक खां आदि मौजूद रहे।
Topics: सरकारी योजना हाटा