Reported By: गौतम मुनि तिवारी
Published on: Apr 2, 2024 | 6:44 PM
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मथौली बाजार/कुशीनगर। मनुष्य का शरीर पाने के लिए देवता भी लालायित रहते हैं। मनुष्य का शरीर ही मोक्ष का मार्ग प्रशस्त करता है इसके माध्यम से ही जीव को मुक्ति प्राप्त होती है। प्रभु राम की भक्ति से जीव मुक्त हो जाता है।
उक्त बातें विकास खण्ड मोतीचक अन्तर्गत ग्राम सभा सिकटिया टोला गड़े़रीपटृटी में स्थित राम जानकी मंदिर के प्रांगण में चल रहे श्री बिष्णु महायज्ञ के छठवें दिन मंगलवार को भोजपुरी कथा वाचक ब्यास पं विरेन्द्र तिवारी ने कही। आगे कहा कि हनुमान जी को जब रावण के दरवार में पेश किया गया तो हनुमान जी की बात सुनकर रावण मृत्यु दण्ड देना चाहते थे। तभी रावण के छोटे भाई विभीषण ने कहा कि निति के विरुद्ध किसी को मृत्यु दण्ड नहीं दिया जा सकता। लेकिन रावण ने कहा इसे ऐसे नहीं जानें दूंगा। इसके पूछ पर अकड़ है।इस लिए इसके पूछ में ही आग लगा दी जाय। जब उनके पूछ में आग लगाया गया । हनुमान जी लंका का दहन कर रहे थे तो उन्होंने अशोक वाटिका को इस लिए नहीं जलाया कि क्यों कि वहां सीता जी को रखा गया था। दूसरी ओर विभीषण का भवन इस लिए नहीं जलाया गया क्योंकि कि विभीषण के भवन के द्वार पर तुलसी का पौधा लगाया गया था। लंका को हनुमान जी ने नहीं जलाया। रावण ने जलाया। हनुमान जी की मृत्यु कभी हुई ही नहीं। क्यों कि उन्हें राम जी द्वारा अमर होने का बरदान मिला है। आगे कहा कि पूजा पाठ करने का फल तत्काल मिलता है।
इस दौरान पं बैकुन्ठ दास , प्रधान जमुना सागर सिंह, पूर्व प्रधान अशोक सिंह, संजय कुशवाहा, प्रधान विजय कुशवाहा, विनय प्रकाश सिंह, रविन्द्र कुशवाहा, अनिरुद्ध उर्फ गड्डे सिंह, जय प्रकाश सिंह, प्रमोद मिश्र , दीनानाथ मिश्र, जनार्दन मिश्र, संजय यादव सहित कमेटी के सभी लोग मौजूद रहे।
Topics: मथौली बाजार