रामकोला/कुशीनगर। रामकोला नगर पंचायत के वार्ड नंबर 1 अंबेडकर नगर ( पपउर) में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा के पांचवे दिन कथा वाचक ने भगवान श्रीकृष्ण की जन्म कथा का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने अपने भक्तों का उद्धार व पृथ्वी को दैत्य शक्तियों से मुक्त कराने के लिए अवतार लिया था। उन्होंने कहा कि जब-जब पृथ्वी पर धर्म की हानि हुई , तब-तब भगवान धरती पर अवतरित हुए।
रामकोला नगर क्षेत्र के वार्ड नंबर एक अंबेडकर नगर ( पपउर) में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के पांचवे दिन भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का प्रसंग व उनके जन्म लेने के गूढ़ रहस्यों को कथा व्यास ने सुनाते हुए श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर दिया। कथा वाचक डा0 नित्यानंद महाराज ने श्रीमद भागवत के महात्म्य की जानकारी देते हुए कहा कि भागवत कथा के श्रवण से कई जन्मों के लिए पुण्य प्राप्त होता है और पाप से मुक्ति मिलती है। श्रीमद् भागवत कथा मनुष्य को जीवन जीने और मरने की कला सिखाती है। उन्होंने कहा कि मनुष्य को जीवन परमात्मा ने दिया है लेकिन जीवन जीने की कला हमें सत्संग से प्राप्त होती है। मनुष्य के जीवन में सत्संग का बड़ा महत्व है। कथा का संगीतमयी वर्णन सुन श्रद्धालु झूम उठे।
इस दौरान यजमान शान्ति देवी,चंद्रभूषण पांडेय, शिव पूजन पाण्डेय, राजेश पाण्डेय, दिनेश पांडेय, सुनील पांडेय, सचिदानंद पाण्डेय, रामप्रीत राव,राजेन्द्र राव, महेंद्र राव, संजय राव, कैलाश गुप्ता रामशंकर गुप्ता, सुभाष सिंह, आदि सहित भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित होकर कथा का रसपान किये।