Reported By: न्यूज अड्डा डेस्क
Published on: Nov 20, 2020 | 8:41 AM
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तरयासुजान/कुशीनगर | तरयासुजान थाना क्षेत्र के नेशनल हाईवे 28 पर स्थित सलेमगढ़ टोल प्लाजा पर आज कल जाम की समस्या से जहां घंटों राहगीर और गाड़ी चालक परेशान हो रहे हैं। वही घंटों से गाड़ीयां लाइन में खड़ी होने के कारण लम्बी जाम टड़वा चौराहे तक लग जा रहा है। जिससे छोटे चार पहिया वाहनों और मोटरसाइकिल सवार लोगों को टोल प्लाजा क्रास करने में काफी मसकत करना पर रहा है। लेकिन टोल प्लाजा के जिम्मेदारों को इस जाम से कोई लेना देना नहीं है।
जानकारी हो कि केन्द्र सरकार द्वारा एक प्राईवेट कम्पनी को टेंडर किया गया जिसमें टोल प्लाजा पर आम लोगों के साथ वाहन चालकों को तमाम तरह के सुविधा उपलब्ध कराने की व्यवस्था है। लेकिन टोल प्लाजा पर जाम की समस्या से हमेशा लेन में वाहन चालकों और टोलकर्मियों से नोक झोंक आए दिन होता रहता है । मगर साहब लोग ऐसी में बैठे तमशा देखने में मशगूल रहते हैं। और जाम की समस्या से वाहन चालक और राहगीर परेशान होते रहते हैं लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। वहीं स्थानीय पुलिस भी आज कल टोल प्लाजा पर मेहरबान दिख रही है। जिससे जाम की समस्या बढ़ती जा रही है। लेकिन सम्बंधित विभाग के अधिकारी और जिम्मेदार चुप्पी साधे हुई है। तथा जाम को लेकर हो रहे दुर्घटनाएं आम आदमी के जीवन के लिए संकट बना हुआ है।जिससे आए दिन टोल प्लाजा के पश्चिम दिशा में फोरलेन टड़वा चौराहे पर हमेशा दुर्घटनाएं होती रहती है।केंद्र से लेकर प्रदेश तक भ्राष्टाचार के खिलाफ कार्यवाही करने को लेकर आम आदमी में अपनी विश्वास बनानें वाली सरकार के राज में आम आदमी अपने वाहनों का टोल टैक्स देने के बाद भी सुविधा कहने के लिए है ।और धरातल पर गन्दगी वातावरण के अलावा कुछ नहीं है।एन एच आई ने एनएच 28 पर चलने वाले छोटे और बड़े वाहनों से भारी भरकम टोल टैक्स वसूली करती है।लेकिन कुशीनगर जनपद के सलेमगढ़ नोनिया पट्टी से होकर गुजरने वाली एनएच 28 की तस्वीर एक अलग ही है। जो वुधवार दिन भर जाम की समस्या से जुझता रहा। यहां वाहनों से टोल प्लाजा पर भारी भरकम टोल टैक्स तो वसूली किया जाता है।लेकिन सुविधा के नाम पर कम्पनी के अधिकारी के साथ एन एच आई के जिम्मेदार मौन साधे हुए हैं। और स्थानीय आम लोग जाम की समस्या से प्रतदीन जुझ रहे हैं। लेकिन कोई इस समस्या का सूधि लेने वाला नहीं है। जब इस सम्बंध में टोल प्लाजा सलेमगढ़ के प्रबंधक को उनके नम्बर पर फोन कर उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया, लेकिन वे फोन ही नहीं उठा जिससे उसकी पक्ष नहीं मिल सका।