पालघर। कोरोना के संकटकालीन परिस्थितियों में कुछ नौ महिने पश्चात आकड़ो पर सरकारी नजर दौड़ाने के अनुसार महाराष्ट्र राज्य में कोरोना के रोगियों की अबतक के ठीक होने की अनुपात सबसे अव्वल पालघर जिले का 96.86% रहा है। पहली दिसंबर को जारी आकड़ो पर बिचार करे तो राज्य में दुसरे स्थान पर धुले 96.62% व तीसरे स्थान पर नाशिक 96.47% कोविड पेशेंट चिकित्सकों की कड़ी निगरानी और समुचित ईलाज से कोरोना की जंग जीत चुके है।
कोरोना से जुड़ी स्वास्थ्य विभाग के आँकड़ो के मुताबिक पालघर जिले के ग्रामीण भागों में 14,820 कोरोना रोगियों में 14,350 रोगियों का ईलाज सफल रहा है।ग्रामीण भाग के 219 लोगों के कोरोना संक्रमितो में पालघर के 139,डहाणू के 51,वाडा तहसील के 11 रोगियों का समावेश रहा।109 कोरोना संक्रमितों को होम कोरोनटाईन अन्य मरीजों को पालघर, बिक्रमगढ टीमा व बेटेगाँव जैसे कई कोविड केयर सेंटरों में दाखिल कराया गया।
कोरोना से पालघर ग्रामीण भूभागों में 296 रोगियों की मृत्यु का प्रतिशत सीएफआर दो प्रतिशत तक रहा है।वसई ग्रामीण क्षेत्र में मृत्यु दर 3.6% रहने का अनुमान हाथ आया है। वसई विरार महानगर पालिका क्षेत्र समेत समूचें जिले में 43,077 लोगों को संक्रमित होने की खबर के बीच 1162 मरीजों ने दम तोड़ा है। 41,144 कोरोना मरीज ठीक भी हुए है और आज आकड़ो के तहद 771 रोगियों का उपचार शुरु है।
●कोरोना से जंग लड़ रहे चिकित्सकों का धन्यवाद●
फ्रंटलाइन पर कोरोना से जारी जंग में डाँ.खंदारे,डाँ. मनोज शिंदे,डाँ.शिरीष एस.ठाकुर व उनकी टीम की स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर मरीजों के साथ की जा रही गुणवत्तापूर्ण ताकीद काबिले तारीफ़ रही है। जिसके परिणाम स्वरूप पालघर जिला राज्य में कोरोना से जारी फाईट में अव्वल नजर आ रहा है।