पालघर। यूँ तो पुलिस की नाम जहन में आते ही कुछ गड़बड़ है जान पड़ता है।वहीं पत्रकार की बात करें तो समाज में लोग कुछ गलत अर्थ लगा लेते है। लेकिन इससे ईत्तर पुलिस पत्रकार जब मजबूर मजदूरों की मददगार बन जाये तो क्या कहने?
ऐसा ही कुछ वाक्या कर दिखाया है जिले के बोईसर थाने के उपनिरीक्षक आशिष पाटील और वरिष्ठ पत्रकार जयवंत अहिरे ने। जिन्होंने विगत दिनों प्रवाशी मजदूरों को लेकर जा रही पालघर से जौनपुर श्रमिक स्पेशल ट्रेन के चले जाने के बाद बोईसर टीवीएम ग्राउंड(पानी टांकी) पर कागजात नही होने के कारण घर वापसी नही करने वाले 3 दर्जन से उपर परिवारों को संकट की परिस्थिति में चट्टान की तरह खड़े सहयोगी बनकर उनके बच्चों, महिलाओं समेत सभी को खाने पीने एवं टीवीएम स्कुल में रहने का इंताजामात कराया।
बताते है कि प्रवाशी मजदूरों ने घर वापसी के चक्कर में मकान मालिक से कमरा का हिसाब करके चाबी सौपतें हुए चले आये थे।और इधर ट्रेन में जगह नही मिलने से स्थिति संभलने वाली नही थीं।
विषम परिस्थितियों में पुलिस पत्रकार की कार्यकुशलता को लेकर लोगों में बड़ी चर्चा है। यही नही मजबूर मजदूर परिवार मिली सहयोग से राहत की सांस ले रहे है। बस उन्हें इंतजार है तो श्रमिक स्पेशल ट्रेन की जिससें घर वापसी हो सके।