पालघर।कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण के बाद जिला प्रशासन द्वारा बोईसर ग्रामपंचायत को कन्टेनमेंट झोन बनाने को दो सप्ताह होने को है। जहां कोरोना संक्रमितों की ईजाफा अब काफी हद तक रूकता नजर आ रहा है। वशर्ते समूचे ईलाके को कन्टेमेंट झोन बनाये जाने से व्यापारियों पर काफी बुरा असर पड़ा है। रोजगार चौपट होने से अब उनके सामने गुजारा तो दुर दुकान के भाड़े देने को लेकर सामत है। लाँकडाऊन में पहले से परेशान व्यापारियों की हालात बेकाबू होते जा रहे है।
बोईसर व्यापारियों की गुरुवार 18 जून को बोईसर पुलिस स्टेशन में जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान प्रशासन से तमाम समस्याओं पर अवगत कराते व्यापारिक प्रतिनिधियों के माध्यम से सुझाव दिया गया कि जिस सोसायटी अथवा ईलाके में संक्रमितों की जानकारी आ रही है। उसी ईलाके को कन्टेमेंट झोन में रखते हुए अन्य जगहों में रोजगार कर रहे व्यापारियों को सहुलियत दी जाय। व्यापारी भी शासनादेश के तहद नियमावली से रोजगार चलाने के लिए प्रतिबद्ध है। व्यापार हेतु बैंकों को शुरू करते समयबद्ध तरिके से सुबह 9.00 बजे से सायं 5.00 बजे तक व्यापारिक प्रतिष्ठान को खोले रखने की ईजाजत दी जाय।जिससें आर्थिक संकट व अन्य समस्याओं का निस्तारण हो सके।
व्यापारियों की ओर से किराना, सब्जी, कपड़ा,इलेक्ट्रॉनिक, मोबाईल ,हाँटेल,मटन मच्छी,हार्डवेयर, स्वीट्स के व्यापारी प्रतिनिधियों ने बैठक में हिस्सा लिया।
प्रशासन की ओर से व्यापारियों की समस्याओं की जानकारी लेने के लिए बैठक में पालघर तहसीलदार, गट विकास अधिकारी, बोईसर पुलिस स्टेशन के पुलिस निरीक्षक ,सहायक निरीक्षक समेत श्रमजीवी संगठना के तालुकाध्यक्ष दिनेश भाऊ पवार, सहसचिव वैशाली वरगा, शिवसेना बोईसर विधानसभा संगठक निलम संखे, जि.प.सदस्य शीतल धोड़ी,महेंद्र भोणे,पं.स.सदस्य आनंद पंडित, अजय दिवे,बोईसर मंडल अधिकारी मनिष वर्तक, बोईसर ग्राम सेवक कमलेश संखे सरपंच वैशाली बाबर,उप सरपंच इत्यादि अनेक संगठनों के लोग मौजूद रहते समस्याओं को सुना।