Reported By: Ved Prakash Mishra
Published on: May 1, 2021 | 6:23 PM
768
लोगों ने इस खबर को पढ़ा.
हाटा/कुशीनगर | सुप्रीमकोर्ट व शासन प्रशासन के द्वारा अबैध पोखरियो पर से अबैध कब्जा हटाये जाने के दिशा-निर्देश के बाबजूद भी चुनाव के दौरान अबैध कब्जाधारियों से भूमी कर लेकर राजस्व कर्मीयो द्वारा कराया जा रहा है अबैध निर्माणकार्य।
हाटा तहसील के निकटवर्ती ग्राम पंचायत पोखरभिंडा मे जहां दर्जनो तालाब पाटकर मकान बन गये है वहीं चुनाव के दौरान बंजरो पर अबैध निर्माण का कार्य भी जारी है।सूत्रो द्वारा यह भी बताया गया है कि हल्का लेखपाल द्वारा मतगणना तक निर्माण कराए जाने का दिशा-निर्देश भी दिया गया है।सूत्र यह भी बताते हैं कि लेखपाल द्वारा भूमि कर लेकर खुला छुट भी दे दिया गया है कि मतगणना तक अपना निर्माण व अबैध कब्जा जितना करना है कर ले वर्ना मेरा कोई जिम्मेदारी नहीं होगा।पूर्व में भी पोखरियो वह बंजरो पर से अबैध कब्जा हटवाने के सम्बंध मे तहसील समाधान दिवस मे शिकायत पत्रो पर कोई कार्यवाही नहीं किया गया। जिसके जिम्मे है अबैध कब्जाधारियों के बिरुद्व कार्यवाही की जिम्मेदारी जब वही अपने दायित्वों का पालन नहीं कर रहा है तो शासन व प्रशासन की मंशा कैसे पुरा होगा।इस तरह के अबैध कब्जा व निर्माण कार्य लेखपाल व तहसील प्रशासन के कर्त्तव्य निष्ठा पर सवाल उठना जगजाहिर है।जिला प्रशासन इस गाव की पोखरियो व बंजरो का जांच करा दे तो दुध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।जब लेखपाल ही अपने दायित्वों का पालन नही करेगा तो आने वाले दिनों में तालाबो का नामोनिशान मिट जाएगा।अनिल कुमार सहित आदि ग्रामीणो ने इस समाचार के माध्यम से जिलाधिकारी से मांग किया है कि इस गाव के तालावो व बंजरो से अबैध कब्जा हटवाने के साथ राजस्व कर्मी की भूमिका का जाच करते हुए अबैध अतिक्रमण हटवाया जाए।
Topics: हाटा