Reported By: Ved Prakash Mishra
Published on: Mar 17, 2021 | 6:20 PM
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हाटा/कुशीनगर | श्रीनाथ संस्कृत महाविद्यालय में आयोजित सप्तदिवसीय श्रीराम कथा के दूसरे दिन कथा व्यास पं रामज्ञान पाण्डेय ने कहा कि शिव कथा सुनने वाले को ही राम कथा सुनने का अधिकार है।
कथा को विस्तार देते हुए कहा कि प्रयागराज में याज्ञवल्क्य जी से भारद्वाज श्रृषि ने पूछा कि राम कथा क्यों सुनी जाए?आखिर राम क्यों पूज्य हैं?याज्ञवल्क्य जी ने कहा कि सबसे पहले मै शिव कथा सुनाई. भारद्वाज जी के समस्या का समाधान करते हुए कहा कि जो श्रद्धा और विश्वास के साथ शिव कथा सुने वहीं रामकथा का अधिकारी है।उन्होंने कहा कि पार्वती जी श्रद्धा है तो सती जी मे जिज्ञासा है।माता पार्वती जी को श्रद्धा के कारण ही रामकथा सुनने का अवसर मिला।रामकथा कलयुग के दोषों का निराकरण करती है।भवसागर से पार कराती है रामकथा।।उन्होंने श्रीराम की महिमा व शिव की महिमा का विस्तार से वर्णन कियाऔर राम के बाल्यकाल और शिक्षा का भी वर्णन किया।।
इस दौरान कुशीनगर के पूर्व सासंद राजेश पाण्डेय, पूर्व प्रमुख सुकरौली दिलीप सिंह, प्रभुनाथ मिश्र एडवोकेट, अग्निवेश मणि, गंगेश्वर पाण्डेय, विश्वास मणि, संजय कुमार पाण्डेय, भागवत चौहान, डा रामसुबास पाण्डेय,मोहन पांडेय,डब्लू तिवारी, सोमेश चतुर्वेदी, जोखन बर्नवाल, पुनीत मणि, गुड्डू दुबे,संदीप, कुमार पांडेय,वशिष्ठ द्विवेदी, रामानुज द्विवेदीअवधेश तिवारी सहित सैकड़ों नागरिक उपस्थित रहे। यजमान के रूप में व्यापार मण्डल अध्यक्ष दिलीप कुमार जायसवाल सपत्नीक रहे।
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