Reported By: न्यूज अड्डा कसया
Published on: Feb 20, 2023 | 6:48 PM
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कुशीनगर। मोदी सरकार ने अपने कार्यकाल का अंतिम बजट पेश किया जिसमें कुशीनगर को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीता रमण द्वारा संसद में प्रस्तुत बजट में कुशीनगर को रेल लाइन से जोड़ने की घोषणा के बाद क्षेत्रवासियों में खुशी की लहर दौड़ गयी है,64 किलोमीटर लंबी इस रेललाइन के लिये वर्ष 2019 में इसके लिए केंद्र सरकार ने गोरखपुर से कुशीनगर होते हुए पडरौना तक नई रेल लाइन बिछाने के लिए सर्वे कराते हुए 1359 करोड़ के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी।जिसमे मोदी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल के अंतिम बजट में 10 करोड़ रु०का आवंटन का बजट पेश किया जिससे अब इसका डी पी आर तैयार कर कार्य शुरू किया जा सके।भगवान बुद्ध की निर्वाण स्थली को पहले हाइवे फिर अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट से जोड़ने के बाद अब रेलवे से जोड़ने के लिये काफी वर्षों से कवायद की जा रही थी,कुशीनगर के लोग भी काफी लंबे समय से रेलवे की मांग करते चले आ रहे है।अब बजट में घोषणा होने के बाद लोगो के उम्मीद को पंख लग गये है।कुशीनगर अगर रेललाइन से जुड़ जाता है तो इससे जहां पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि लाखो लोगो को यातायात का सुगम जरिया सुलभ हो जायेगा वही पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार भी बढ़ेगा ।
पर्यटकों का पहुँचना होगा आसान
कुशीनगर भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली होने के साथ साथ एक अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल के रूप में भी विश्वविख्यात है ।कुशीनगर में लाखो की संख्या में देशी विदेशी पर्यटक प्रतिवर्ष आते है कुशीनगर पहुँचने का एक मात्र जरिया सड़क मार्ग ही है जिसमे पर्यटको को आर्थिक नुकसान के साथ साथ समय की भी बर्बादी होती भी होती है। यातायात के बेहतर साधन ना उपलब्ध होने के कारण बहुत सारे पर्यटक वाराणसी ,बोधगया,और लुम्बनी से वापस चले जाते है। जिसका नुकसान कुशीनगर को उठाना पड़ता है।आपको बता दे कि गोरखपुर के चौरा चौरी के सरदार नगर में सरैया चीनी मिल की स्थापना 1900 में पंजाब से आकर सरदार उमराव सिंह मजीठिया ने स्थापित किया था।
कुशीनगर जिले के विभिन्न क्षेत्रों से होते हुए देवरिया जिले के हेतिमपुर तक इस छोटी रेलवे लाइन को बिछाया गया था जिससे इन क्षेत्रों से गन्ना लाने के लिए 33 किलोमीटर के इस ट्रैक पर तीन स्टेशन बनाए गए थे। सरैया चीनी मिल प्रबंधन के पास तीन भाप से चलने वाले ट्रेनों के इंजन थे। इनके जरिए आसपास के गन्नों की ढुलाई की जाती थी।वर्ष 1998 में इस चीनी मिल को बन्द कर दिया गया जिस वजह से अब यह छोटी रेलवे लाइन जहाँ अब कबाड़ हो रही है।केंद्र सरकार ने भी इस रेललाइन के जरिये ही गोरखपुर रेलवे लाइन को कुशीनगर से जोड़ने को लेकर बजट दिया है।छोटी रेलवे लाइन हेतिमपुर तक होने के चलते इसे आगे बढ़ाने के लिए छोटी गंडक नदी पार करवा कर कुशीनगर जिले में प्रवेश करवाने को लेकर महज 6 किमी बढ़ाने के लिए जमीन का अधिग्रहण करना होगा।जिसके सर्वे का काम 3-4 साल पहले ही पूरा किया जा चुका है।
Topics: अड्डा ब्रेकिंग कसया