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- नौ दिवसीय शतचंडी महायज्ञ का दूसरा दिन
कुशीनगर। दुदही विकास खंड के ग्राम पंचायत दुमही के देवामन दुर्गा मंदिर परिसर में आयोजित नौ दिवसीय शतचंडी महायज्ञ के दूसरे दिन गुरुवार की रात्रि रामलीला में रामजन्म प्रसंग का मंचन किया गया।
रामलीला कलाकारों ने रामलीला मंचन में अयोध्या पति राजा दशरथ के संतान न होने पर दुख जताने का दृश्य प्रस्तुत किया। राजा दशरथ और तीनों रानियां इस बात को लेकर चिंतित रहती हैं कि पुत्र नहीं होने पर उत्तराधिकारी कौन होगा। चिंता दूर करने के लिए ऋषि वशिष्ठ यज्ञ करने की सलाह देते हैं। राजा दशरथ के किए उस यज्ञ के प्रभाव से उन्हें राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघन नामक पुत्र की प्राप्ति होती है। लोग नवजात शिशुओं के दर्शनों के लिए उमड़ पड़े। सोहर गीत सुनकर श्रद्धालु भावविभोर हो उठे। कथावाचक पं. राम अवध शुक्ल ने रामचरित मानस के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह ग्रंथ हर घर में होना चाहिए।
इस दौरान यजमान नगीना दास, अशोक बरनवाल, महेंद्र कुशवाहा, दिलीप राय, रमाकांत पाण्डेय, जिपंस मुकेश गुप्ता, भाजपा नेता जितेन्द्र गुप्ता, विनय सिंह, उपेन्द्र आर्य, राजकुमार खरवार, सुरेंद्र गुप्ता, विनोद शर्मा, दहारी चौहान, दुर्गेश खरवार धुरखेली कनौजिया, राधेश्याम पासवान, उमेश आर्य प्रिंस शुक्ला, पिंकू खरवार, रंजन सिंह आदि श्रद्धालु मौजूद रहे।