Reported By: सुनील नीलम
Published on: Mar 26, 2023 | 7:02 PM
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कुशीनगर। दुदही विकास खंड के ग्राम पंचायत दुमही के देवामन दुर्गा मंदिर परिसर में आयोजित नौ दिवसीय शतचंडी महायज्ञ के चौथे दिन शनिवार की रात्रि रामलीला मे धनुष भंग प्रसंग का मंचन किया गया।
धनुष भंग लीला के मंचन में राजा जनक ने अपनी पुत्री सीता का विवाह करने के लिए स्वयंवर का आयोजन किया, जिसमें आए कई देश के राजाओं के धनुष न उठा पाने से वह निराश हो गए और राजाओं से निराशा के भाव व्यक्त कर दिए। राजा जनक के शब्द सुन लक्ष्मण जी उत्तेजित हो जाते हैं, जिन्हें श्रीराम ने शांत करते हुए कहा कि लखन तुम शांत हो बैठो। विश्वामित्र की आज्ञा पाकर श्री राम ने धनुष का खंडन कर दिया। धनुष टूटने पर हुई घनघोर गर्जना सुन महिद्राचल पर तपस्या में लीन महर्षि परशुराम की तंद्रा भंग हो गई। श्री राम जी परशुराम को शांत करने का प्रयास करते हैं, लेकिन उनके शांत ना होने पर लक्ष्मण जी कहते हैं बहु धनुहीं तौरीं लरिकाई कबहु न अस रिस कीन्ह गोसाई। ऐहि धनु पर ममता केहि हेतू। लक्ष्मण के शब्द सुनकर परशुराम का क्रोध अधिक बढ़ जाता है और वह लक्ष्मण को मारने के लिए दौड़ते हैं। श्रीराम व लक्ष्मण के स्वभाव को देख परशुराम जी विस्मय में पड़ जाते हैं और वह श्री विष्णु भगवान के दिया गया सारंग धनुष श्री राम को देते हुए उसकी प्रत्यंचा चढ़ाने को कहते हैं। पूर्व ब्लाक प्रमुख गिरिजेश जायसवाल, सत्येंद्र शुक्ल, डा. प्रभात कुशवाहा, गुड्डू कुशवाहा, मुलायम गोंड, पंकज बारी, संदीप सोनी, विंध्याचल गिरी ने मंच का शुभारंभ किया। कथा प्रवचन में श्रद्धालुओं ने कथावाचक पं. रामअवध शुक्ल से रामकथा का रसपान किया।
इस दौरान यजमान नगीना दास, अशोक बरनवाल, महेंद्र कुशवाहा, दिलीप राय, रमाकांत पाण्डेय, जिपंस मुकेश गुप्ता, भाजपा नेता जितेन्द्र गुप्ता, विनय सिंह, उपेन्द्र आर्य, राजकुमार खरवार, सुरेंद्र गुप्ता, विनोद शर्मा, दहारी चौहान, दुर्गेश खरवार धुरखेली कनौजिया, राधेश्याम पासवान, उमेश आर्य प्रिंस शुक्ला, पिंकू खरवार, रंजन सिंह आदि श्रद्धालु मौजूद रहे।
Topics: दुदही