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  • आधुनिक एवं नवोन्मेषी खेती करें कृषक- डीएम

कुशीनगर। पराली प्रबंधन के लिए एग्रीगेटर के रूप में चयनित सात कृषक उत्पादक संगठनों के साथ जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने कार्यालय में बैठक की।
बैठक दौरान जिलाधिकारी ने उन्हें अपनी तहसीलों में पराली जलाने की घटनाओं को रोकने एवं यथाशीघ्र पराली इकट्ठा करने का कार्य आरंभ करने हेतु निर्देशित किया।

उन्होंने कहा कि कृषकों के मध्य पराली को जलाने की बजाय बायो ऊर्जा संयंत्रों को उपलब्ध कराने एवं अतिरिक्त आय अर्जित कर पर्यावरण संरक्षण में अपना योगदान देने का प्रचार प्रसार किया जाए। इस अवसर पर सभी एफपीओ द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा भी जिलाधिकारी द्वारा की गई। एचडीएम वारसी कृषक उत्पादक संघ के गुलाम गौहर वारसी द्वारा अवगत कराया गया कि उनके द्वारा धान क्रय एवं एवं राइस मिल की स्थापना का कार्य किया जा रहा है।

जिलाधिकारी ने सभी एफपीओ को चंदन, काला नमक चावल, ड्रैगन फ्रूट, स्ट्रॉबेरी, श्रीअन्न एवं अन्य नई फसलों का उत्पादन जनपद में कृषकों को प्रेरित कर कराने पर जोर दिया। उन्होंने ऐसी फसलों के उत्पादन एवं विपणन की पूरी रणनीति बनाकर कार्य करने हेतु निर्देशित किया एवं इस संबंध में आ रही किसी भी प्रकार की कठिनाई के विषय में सीधे उनसे वार्ता करने को कहा। उन्होंने कुशीनगर जिले में परंपरागत खेती के साथ आधुनिक एवं नवोन्मेषी खेती पर कार्य करने की बात कही एवं यह अपेक्षा जताई की जनपद के सभी एफपीओ एवं प्रगतिशील कृषक मिलकर इस कार्य को आगे बढ़ाएं।

इस अवसर पर उप कृषि निदेशक आशीष कुमार एवं रमेश कुशवाहा, राम आधार कुशवाहा, धीरेंद्र कुमार सिंह, उमेश कुमार, पप्पू कुमार यादव प्रगतिशील कृषक उपस्थित रहे।