Reported By: न्यूज अड्डा डेस्क
Published on: Jun 4, 2021 | 5:33 PM
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सलेमगढ़/कुशीनगर। तहसील तमकुहीराज अंतर्गत ग्राम सभा सलेमगढ़ में एक बंदर का मौत होने पर बाजार के व्यवसायियों ने हिंदी हिंदू रीति रिवाज के साथ शुक्रवार को सुबह दाह संस्कार किया।
बता दे ,की गुरुवार की देर शाम लगभग 4 बजे दो बंदर आपस में लड़ते हुए पूरे बाजार में भ्रमण कर रहे थे । जिसमें दोनों घायल हो गए थे और बाजार के लोगों ने किसी तरह उनकी झगड़ा छुड़ाने के लिए लाठी डंडा पानी के सहारे बार-बार एक दूसरे से अलग करने का प्रयास कर रहे थे। जिसमें एक बंदर के बहुत ज्यादा घायल होने के चलते रात में सलेमगढ़ राज गारमेंट्स के ऊपर बैठा हुआ था । व्यवसाईयों ने उसे आराम करता हुआ देखकर । अपना अपना दुकान बंद करके घर चले गए सुबह जब दुकानदार दुकान खोलने के लिए शासन के द्वारा जारी समय सात बजे सुबह पहुंचे तो दुकान के सामने मृत बंदर गिरा हुआ मिला अगल बगल के व्यापारियों ने अपने पास से अपने सामर्थ्य के हिसाब से कफन, बांस का अर्थी, गाजा बाजा, व पूजा सामग्री की व्यवस्था करके एक दुसरे ने कंधा देते हुए। सलेमगढ चौराहा श्मशान घाट पर ले जाकर वहीं पर दफन कर दिए जहां पहले भी मृत बंदरों को वहां पर दफन किया गया है । वहां पर समासेववी अजय दि्वेदी ने अपने सहयोगियों को साथ लेकर हनुमान मंदिर के लिए निव व पिल्लर का निर्माण करवा चुके हैं। अब वर्तमान प्रधान प्रतिनिधि राजकुमार साह से हनुमान भक्त वहां पर मंदिर निर्माण की उमीद करते हैं । वही इस पुनीत कार्य में मुख्य रूप से प्रदीप मदेशीया, राजू, व डाक्टर संदीप मदेशीया के साथ ही अगल बगल के व्यवसाई नारायण प्रसाद गुप्ता, महेशजी, भरतजी, दिपक, कुलदीप ओझा, मोहीत द्विवेदी, दिपु, प्रमोद, मुकेश, विजेन्द्र, राजेन्द्र, सचींन, विशाल, गोलु, राजकुमार , दिनानाथ, राजु, आकाश, अरविंद जयसवाल, अखिलेश सिंह, भिम सिंह, संतोष यादव, राहुल वैशीली के साथ ही सैकड़ों राम भक्त हनुमान की अन्तिम यात्रा में शामिल रहकर अन्तिम संस्कार किए ।