Reported By: Sanjay Pandey
Published on: Aug 8, 2025 | 10:17 AM
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खड्डा, कुशीनगर। मुख्य चिकित्सा अधिकारी कुशीनगर के सहयोग से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तुर्कहाँ मेंं हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल एवं शोध संस्थान गीता वाटिका, गोरखपुर द्वारा नि:शुल्क कैंसर की प्राथमिक जांच एवं प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में 144 मरीजों में कैंसर अस्पताल के चिकित्सक डॉ. सी. पी. अवस्थी ने सहायक चिकित्सक डॉ. राकेश श्रीवास्तव की मदद से कैंसर संबंधित लक्षण की जांच की तथा उचित परामर्श दिया।
गुरुवार को सीएचसी तुर्कहां में सुबह 10 बजे से शाम 3 बजे तक कैंसर अस्पताल के चिकित्सक डॉ. सी. पी. अवस्थी ने सहायक चिकित्सक डॉ. राकेश श्रीवास्तव की मदद से शिविर में आए मरीजों को कैंसर संबंधित लक्षण की जांच की तथा उचित परामर्श दिया। उनकी समस्या के अनुसार इलाज के लिए आए मरीजों अस्पताल के तरफ से समुचित नि:शुल्क दवाई दी गई।
कैंसर जागरूकता अभियान के तहत इस स्वास्थ्य केंद्र से संबंधित स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं एवं अस्पताल मे आए सभी लोगों को कैंसर से बचाव, लक्षण एवं इलाज के बारे में समझाया गया कि यदि कैंसर का समय पर इलाज नहीं किया गया तो यह शरीर के अन्य भागों में भी फैल सकता है। डॉ. राकेश श्रीवास्तव ने बताया कि कैंसर को रोकने के तरीके निवारण हमेशा इलाज से बेहतर है। भरपूर पानी से मूत्राशय के कैंसर का खतरा कम करने में विशेष रूप से उपयोगी है क्योंकि पानी कैंसर का कारण बनने वाले एजेंटों की एकाग्रता को कम कर सकता है और उन्हें नष्ट कर सकता है। स्वस्थ आहार खाने में कोई संदेह नहीं है। विभिन्न फलों, सब्जियों, अनाज और दालों से भरे एक स्वस्थ आहार एक स्वस्थ जीवन शैली की कुंजी है जो विभिन्न प्रकार के कैंसर के विकास के जोखिम को कम रखती है। हरी सब्जियां खाने का सुझाव इसलिए है क्योंकि ये मैग्नीशियम में समृद्ध होती हैं जो कैंसर का खतरा कम करती हैं। यह विशेष रूप से महिलाओं में पेट के कैंसर के खतरे को कम करता है। अपने आहार में ब्राजील नट्स शामिल करें जो सेलेनियम से भरे होने के कारण मूत्राशय, फेफड़े और कोलोरेक्टल कैंसर के विकास के जोखिम को कम करने का काम करता है। भरपेट भोजन करना सांस लेने की प्रणाली को विफल कर सकता है जिससे विषाक्त कैंसर को पैदा करने वाली हवा बाहर निकलती है। जो कैफीन युक्त कॉफ़ी के 5 या उससे अधिक कप पीते हैं उनमें कम कॉफ़ी पीने वालों की तुलना में मस्तिष्क, मुंह और गले के कैंसर के विकास की कम संभावना होती है।
शिविर प्रबंधक अजय श्रीवास्तव ने कैंसर के बारे में सभी लोगों की जिज्ञासाओं को दूर करते हुए कहा कि हर साल लाखों लोग इस बीमारी का शिकार होते हैं, लेकिन समय पर जागरूकता और जल्दी पता चलने से कई लोग इस पर काबू पाते हैं। इस बीमारी के खिलाफ लड़ाई में सतर्क रहना और समय पर जांच कराना महत्वपूर्ण है। इस तरह के शिविर कैंसर को उजागर करने और लोगों को वित्तीय बाधाओं के बिना अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने के लिए प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कैंसर से बचाव के लिए धूम्रपान न करने, बीवी, बच्चों आदि के सामने धूम्रपान न करने की सलाह दी। तम्बाकू और शराब के सेवन से भी मुंह के कैंसर से कोई ग्रसित हो जाता है। इसलिए इनका सेवन कतई नहीं करना चाहिए। माता-पिता को संतुलित आहार लेने, जंक फूड आदि न करने तथा हरी पत्तेदार सब्जियां खाने को बताए जिससे स्वस्थ जीवन शैली बनी रहे। सभी लोगो को कैंसर से संबंधित पत्रक, विवरण पुस्तिका, फ्लिपबुक, पोस्टर, लीफलेट/चित्रों के साथ पैम्फलेट आदि वितरित किया गया।
शिविर में प्रभारी चिकित्साधिकारी खड्डा डॉ. पारस नाथ गुप्ता, डॉ. राकेश श्रीवास्तव, डॉ. श्याम गुप्ता, डॉ. राहुल सिंह, अजय श्रीवास्तव, मानोज कुमार, अजिताभ, सत्यवती तिवारी, रामसूरत सिंह, अरुण कुमार, विनोद, ओंकार, नारद मुनि, स्वास्थ्य केन्द्र में आए डॉक्टर एवं अन्य कर्मचारियों आदि का कार्य उल्लेखनीय रहा।
Topics: खड्डा