●हमें किसी भी परिस्थिति में आत्मविश्वास नही खोना चाहिए-स्वामी गौरांग दास प्रभु.।
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पालघर.|आपाधापी भरी जिंदगी में आगे बढने के होड़ में ज्यादातर ल़ोग तनावग्रस्त दिख रहे है।बड़े-बुजुर्ग दोनों को ईष्ट मित्र क्या परिवार के लिए समय नही है। ज्यादातर युवा पीढी कैरियर और पढाई में सलेबस पुरा करने को लेकर चिंता ग्रस्त रहते हुए आत्मविश्वास को खोते जा रहे है।
युवाओं को प्रेरणा देने और तनाव से राहत के लिए श्रेयस्कर सोच को लेकर विद्यासंकुल फाऊंडेशन संस्कृति वर्ल्ड स्कूल ए़ंड ज्युनियर काँलेज लोलांडे बोईसर के चेयरमैन मनोज अधिकारी की ओर से एक स़ुंदर पहल के तहद शनिवार को विद्यार्थियों के लिए मोटिवेशनल स्पीच ‘आर्ट आफ सेल्फ कांफिडेंस’ पर व्याख्यान का आयोजन प्रमुख वक्ता गोर्वधन ईको विलेज के डायरेक्टर स्वामी गौरांग दास प्रभु के अमृतमयी वाणी में छात्रों को भागवत गीता के सार संदेश के जरिए उत्साह वर्धन किया गया.।
स्वामी गौरांग दास प्रभु ने छात्रों को व्याख्यान में कहा कि किसी भी विषम परिस्थिति में हमें आत्मविश्वास नही खोना चाहिए.।आत्मविश्वास की कला सीखने के लिए अंदर के भय के बादल को हटाने की कला आने की जरूरत है।उन्होंने छात्र जीवन की विविध बिषयों पर चर्चा करते कहा कि पढाई के दौरान बहुत सारे मित्रों आत्मविश्वास खोकर पीछे रह गये लेकिन मैने दृढतापूर्वक आत्मविश्वास क़ो सदैव बनाये रखा.। सकारात्मक सोच सफलता की कुंजी बनती है। भागवत गीता में उल्लेखित कई सुंदर उदाहरणों के माध्यम से आत्मविश्वास का जीवन में महत्व को दर्शाया.। प्रभु के अमृतमयी वाणी में दिये गये आत्मबल बढाने की बोध से विद्यार्थी लाभान्वित नजर आये तथा छात्रों द्वारा पुछे गये प्रश्नों का उत्तर देकर उनका मार्गदर्शन भी किया.।
कार्यक्रम में छात्रों के उत्साहवर्धन के लिए आमंत्रित स्वामी दास प्रभु के शुभागमन पर सर्वप्रथम वैदिक रीतिरिवाज से मंत्रोच्चार के बीच आरती,पुष्प गुच्छ से हार्दिक स्वागतम एवं अभिवादन संस्कृति वर्ल्ड स्कूल के चेयरमैन मनोज अधिकारी की ओर से किया गया.। दास प्रभु किसी के परिचय के मोहताज नही है। वे आईआईटी एमटेक मे मेघावी के छात्र रहे है।
कार्यक्रम के समापन पर छात्रों ने बताया कि इस आयोजन ने परिक्षा पूर्व बन रहे नकारात्मक सोच को काफी हद तक सकारात्मकता प्रदान की है। एक सफल बिचारक की दर्शन म़ंतव्य के श्रवण कराने के लिए चेयरमेन का कृतज्ञता प्रकट किया.।