●नौवें दिवस जामवंत के बचन सुहाए…। ●वीर हनुमान के पराक्रम,लंका दहन और अन्य दृष्टांत पर भक्त हुए गंभीर.।
➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖ पालघर.।हरि ईच्छा नारायण सेवा संस्था के तत्वावधान में औद्योगिक शहर बोईसर प. धोड़ीपूजा में आयोजित नव दिवसीय संगीतमयी श्री रामकथा ज्ञान यज्ञ के नौवें दिवस समापन की पूर्व संध्या पर शुक्रवार को श्री रामकथा का रसपान के लिए अपार भीड़ रही.। कथा वाचक पूज्य पं.वेदनारायण शास्त्री जी महराज तीर्थराज प्रयाग ने कथा प्रसंग में बड़े ही सुंदर ढंग से वीर हनुमान के पराक्रम,सीता माँ की खोज, लंका दहन और अन्य दृष्टांतों को सहज और सुंदर संगीतमयी तरिके से श्रोताओं के समक्ष प्रस्तुत किया.।
कथावाचक शास्त्री जी ने वीर हनुमान के पराक्रम की वर्णन करते दर्शन का बड़ा ही सुंदरतम वर्णन संगीतमयी चौपाईयों ‘जामवंत के बचन सुहाए.।’ ‘सुनि हनुमंत हृदय अति भाए.।।’ से रामकथा को आगे बढाते जामवंत जी द्वारा हनुमानजी के शक्तियों का परिचित कराते प्रभु श्रीराम से सभी कार्यों को सफल करने की आशिष और हृदय में रघुवर को लिए रामकाज हेतु वायु मार्ग से निकलने के पश्चात उनके दस प्रमुख कार्य भी बताई.।
संगीतमयी श्रीराम कथा ज्ञान यज्ञ में वीर हनुमानजी के पराक्रम की बखान करते व्यासपीठ से शास्त्री जी ने समुद्र लांघना, सुरसा से सामना,राक्षसी माया का वध,विभिषण से मुलाकात, सीता माँ के शोक का निवारण, अशोक वाटिका को उजाड़ना,अक्षय कुमार का वध और मेघनाथ से युद्ध,लंकादहन के पश्चात पुनः सकुशल श्रीराम के चरण वंदना करते माता सीता की ओर से दी हुई निशानी चुड़ामणि देकर सारे प्रसंग के मार्मिक मानस कथा से श्रोताओं को रसपान कराया.।
नौवें दिवस श्री राम कथा ज्ञान यज्ञ में कथा श्रवण करने के लिए आये गणमान्य अतिथियों में बोईसर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक प्रदीब ब.कसबे मय स्टाप व शिवसेना शिंदे गुट के नेता मुकेश पाटिल, सरावली ग्रामपंचायत सरपंच पति चांदणे,अन्य तमाम प्रबुद्धजनों ने व्यास पीठ पर विराजमान पं.शास्त्री जी का आशिष ग्रहण किया.। व्यास पीठ पर विराजमान कथावाचक शास्त्री जी से आज्ञा के पश्चात पुलिस निरीक्षक कसबे ने जयश्रीराम के उदघोष करते सभी श्रोताओं से रामायण के उपदेशों से सीख लेते मर्यादित बने रहने का आग्रह किया.।
श्रीराम कथा ज्ञान यज्ञ यज्ञाचार्य पं.राघवेंद्र महराज, पं.मनीष महराज ‘मधुर’,पं.विपुल उपाध्याय के सान्निध्य में प्रमुख यजमान उद्योजक उदय प्रताप सिंह सपत्निकोहं (तनिष्क कंपनी) के साथ आशिष सिंह,रमेश दुबे,धर्मेंद्र मोर्या, पवन वर्मा, साधना संदीप बालके,निर्मोही यादव,महात्मा रामनगीना यादव समेत अन्य धर्मानुरागियों द्वारा आयोजित की गयी.।
बतादें कि हरि ईच्छा नारायण सेवा संस्था के प्रमुख कथावाचक पं.वेदनारायण शास्त्री जी महराज तीर्थराज प्रयागराज द्वारा समूचे भारत में निःशुल्क दृढसंकल्पित 251 श्रीराम कथा किये जाने का क्रम में सुंदर आयोजन का समापन शनिवार 31 दिसंबर को हवनादि पुजन एवं विशाल महा भंडारे से किया गया.।