Reported By: सुनील नीलम
Published on: Feb 22, 2024 | 7:16 PM
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कुशीनगर । डायट प्राचार्य/बीएसए डा. रामजियावन मौर्य के संयोजकत्व व निर्देशन में डायट परिसर में परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों का आईसीटी (सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी) के कक्षा शिक्षण में प्रयोग संबंधी दूसरे बैच के तीन दिवसीय प्रशिक्षण का गुरुवार को शुरु हुआ।
प्रशिक्षण में शामिल सेवारत शिक्षकों को संबोधित करते
प्रशिक्षण प्रभारी व प्रवक्ता डा. कमलेश कुमार ने आईटीसी के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि सूचना एवं संचार तकनीकी विद्यार्थियों को उनकी योग्यतानुसार पाठ्य सामग्री को बोधगम्य बना कर शिक्षण अधिगम प्रक्रिया को सरल, सुबोध एवं सुगम बनाने में सहायक है। नोडल प्रवक्ता चंद्रशेखर कुमार कहा कि प्रशिक्षण का उद्देश्य शिक्षण में प्रौद्योगिकी संस्कृति को बढ़ावा देना, छात्रों को आकर्षित करना व शिक्षण को रोचक बनाना है।
प्रवक्ता डा. शिवनाथ चक्रवर्ती ने कहा कि विद्यार्थियों का मनोवैज्ञानिक विश्लेषण कर छात्रों में तर्क और सोचने की क्षमता के विकास हेतु इसे कक्षा कक्षों में प्रयोग किया जाना व्यवहारिक होगा। इससे प्रशासनिक कार्य में भी सहूलियत होगी। संदर्भदातागण एआरपी सत्यजीत द्विवेदी, सुनील सिंह, रामप्रवेश सिंह, सूर्यप्रताप ने कंप्यूटर की बेसिक जानकारी, गूगल फार्म का निर्माण, प्रश्नावली बनाना, संप्रेषण, दीक्षा पोर्टल पर वर्चुअल लैब के माध्यम में छात्रों को विभिन्न प्रयोग कर के सिखाना, गूगल मीट व जूम एप के माध्यम से आनलाइन बैंठकों के लिए लिंक बनाना व जुड़ने की प्रक्रिया, पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन (पीपीटी) के विभिन्न फीचर्स के विधिवत जानकारी दी। शिक्षक अजिताभ मणि त्रिपाठी ने त्रिपाठी ने प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस दौरान मुनेंद्र सिंह, धनंजय प्रसाद, बृजकिशोर शर्मा, मिनहाज अहमद सिद्दीकी, प्रवीण कुमार, अजय कुमार, नसरुल्लाह, अरविंद कुमार, रागिनी, मंजू सिंह, प्रियंका सिंह, शीला पाल, प्रियंका श्रीवास्तव आदि शिक्षक मौजूद रहे।
Topics: कुशीनगर समाचार