Reported By: Chandra Prakash Tripathi
Published on: Jun 17, 2022 | 2:35 PM
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कुशीनगर। गांवों और ग्रामीणों की दशा सुधारने के लिए सरकार हर ग्राम पंचायत में ऐसे भवनों का निर्माण करवाती है,जहां ग्रामीण और ग्राम प्रधान गांवों की समस्या और विकास के मुद्दों पर सभा का आयोजन कर सके और उसके निवारण की रूपरेखा बनाई जा सके। लेकिन विकासंखड सुकरौली में एक ऐसा पंचायत भवन जो जर्जर हो चुका है।लेकिन उस पंचायत की दुर्दशा के संबध कोई नहीं सोच रहा है।पंचायत भवन इतना जर्जर अवस्था में है कि पंचायत भवन के दीवारों में बड़ी-बड़ी दरार पड़ गई है। बरसात में भी पचायत भवन के छत से पानी का रिसाव होता है। बताते चलें कि तहसील क्षेत्र हाटा अंतर्गत विकासखंड सुकरौली के मोहनपुर में 5 नवम्बर वर्ष 1983 में पंचायत भवन का निर्माण की नींव रखी गई।
ग्राम सभा की आबादी की जमीन को गांव के कुछ लोगों को आंवटित किया गया। जिसमें मिले शुल्क व गांव के लोगों द्वारा स्वैच्छिक चन्दे से जुटाए गए धन से तत्कालीन ग्राम प्रधान द्वारा पंचायत भवन का निर्माण कराया गया। तत्कालीन डीएम देवरिया एसआर लारवा द्वारा 5 मई 1986 को पंचायत भवन का लोकार्पण किया गया। 39 वर्ष पूर्व बना पंचायत भवन रख रखाव के अभाव में अत्यन्त जर्जर हालत में है। हल्की सी बारिश होने पर पंचायत भवन का छ्त से बारिश का पानी टपकने लगता है। भवन की नींव पुरानी होने के चलते बारिश का अगल बगल का पानी अन्दर घुस जाया करता है। मौजूदा समय में शासन का सख्त निर्देश है कि सभी ग्राम पंचायतों के पंचायत भवन को जीर्णोद्धार कराकर उसमें कम्प्यूटर लगाया जाय।
Topics: सुकरौली