Reported By: न्यूज अड्डा डेस्क
Published on: Apr 11, 2021 | 1:28 PM
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कोरोना संक्रमण की घातक परिस्थितियों को देखते हुए योगी सरकार ने एक बार फिर से राज्य भर के कक्षा 1 से 12 तक के शिक्षण संस्थानों को 30 अप्रैल तक बंद ही रखने का फैसला लिया है. कोरोना के तय प्रोटोकॉल का पालन कर आवश्यकता पड़ने पर ही स्टाफ को बुलाए जाने और पहले से तय परीक्षाओं को कराने की छूट सरकार की ओर से दी जा रही है. मगर छात्र-छात्राओं के आने पर पूरी रोक होगी.
योगी सरकार की ओर से 30 अप्रैल तक सभी कक्षा 1 से 12 तक कोचिंग सेंटर, शिक्षण संस्थानों, प्राइवेट, निजी सभी बोर्डो के विद्यालयों को बंद करने का फैसला लिया है. पिछला आदेश 15 अप्रैल तक का था, जिसको अब 15 दिन के लिए और बढ़ाया जा रहा है. शासन में शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की एक बैठक में इस संबंध में फैसला लिया जा चुका है. जिसमें स्कूलों और कालेजों को बंद करने के लिए तारीख 30 अप्रैल की गयी है.
प्रदेश में कक्षा 01 से 12वीं तक के सभी सरकारी/गैर सरकारी विद्यालयों में 30 अप्रैल तक पठन-पाठन स्थगित रखा जाए।
कोचिंग सेंटर भी बंद रहें।
इस अवधि में पूर्व निर्धारित परीक्षाएं हो सकती हैं और आवश्यकता के अनुरूप शिक्षक व अन्य स्टाफ आ सकते हैं: #UPCM श्री @myogiadityanath जी
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) April 11, 2021
यह आदेश शाम को शासन की ओर से भी जारी कर दिया जाएगा. उच्च स्तरीय शिक्षण संस्थानों को खोलने को लेकर विचार किया जा रहा है मगर सूत्र बताते हैं कि उसमें भी कड़े प्रोटोकॉल लागू किए जाएंगे. प्रैक्टिकल व परीक्षाओं के आयोजन और अन्य आवश्यक कार्यों को लेकर ही छूट दी जाएगी. शनिवार देर रात जिलाधिकारी लखनऊ अभिषेक प्रकाश ने राजधानी लखनऊ के विद्यालयों में प्रशासनिक कार्यों हेतु स्टाफ तथा ऑनलाइन कक्षाओं के संचालन हेतु अध्यापको के आने की अनुमति दे दी गयी है.जिस बाबत लखनऊ के जिला विद्यालय निरीक्षक ने सोशल मीडिया पर इस बाबत जानकारी दी थी.