Reported By: न्यूज अड्डा डेस्क
Published on: Sep 20, 2020 | 10:46 AM
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लखनऊ | उत्तर प्रदेश की योगी सरकार (Yogi Government) ने सरकारी नौकरियों (Government Jobs) में 5 साल संविदा के प्रस्ताव और 50 साल में रिटायरमेंट के ऐलान के बाद सियासी पार गर्म है. इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि भाजपा सरकार हारकर पीछे हटी और हार छुपाने के लिए विपक्ष पर राजनीति करने का बहाना बना रही है. अखिलेश यादव ने रविवार को इस मामले में ट्वीट करते हुए लिखा, ‘प्रदेश के युवाओं के आंदोलन व सरकारी अधिकारियों-कर्मचारियों की सुलगती नाराज़गी के दबाव में भाजपा सरकार संविदा व 50 साल सेवानिवृत्ति के मामले में हारकर पीछे हटी है व पराजय छुपाने के लिए विपक्ष पर राजनीति करने का बहाना बना रही है. न चली तानाशाही, न चलेगी बहानाशाही.’
दरअसल, 2017 में सरकार बनते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह बात स्पष्ट कर दी थी कि भ्रष्टाचार के खिलाफ की नीति जीरो टॉलरेंस की रहेगी. पिछले तीन सालों में लगतार स्वास्थ्य महकमे में हुई कई घटनाओं से सरकार की किरकिरी हुई. इतना ही नहीं तमाम कोशिशों के बाद भी स्वास्थ्य महकमे में कोई सुधार देखने को नहीं मिला, जिसके बाद यह फैसला लिया गया. सरकार के इस आदेश के बाद विभाग के कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है. कई लोग इस आदेश का विरोध करते नजर आए तो कई लोग ऐसे भी थे, जिन्होंने फैसले का स्वागत किया है.
फैसले से नाराज होकर लिपिक संवर्ग ने 14 अक्टूबर को आंदोलन करने का ऐलान किया है. स्वास्थ्य विभाग में प्रदेश भर में लिपिक संवर्ग के 1400 से 1500 कर्मचारी तैनात हैं. अफसरों की मानें तो इनमें से 50 से ज्यादा उम्र के करीब 30 से 40 प्रतिशत कर्मचारी हैं. शासन के इस फ़ैसले के बाद स्वास्थ्य महकमें में हलचल तेज हो गयी है तो वहीं नाराज़गी के स्वर भी फूटने लगे हैं.