रामकोला/कुशीनगर। पूर्व प्रधानाचार्य का हृदयघात से उनकी सांसें अंतिम रूप से शुक्रवार को थम गई। उनकी मौत का समाचार आम होते ही उनके शुभचिन्तकों में शोक की लहर दौड़ गयी।
रामकोला नगर के अहिरौली कुसम्ही (लाला टोला) निवासी पूर्व प्रधानाचार्य विश्वनाथ लाल (वी0यन0 लाल) श्रीवास्तव उम्र 84 वर्ष की बीते 19 जुलाई की भोर में दो बजे के लगभग हृदयघात से मृत्यु होने की जानकारी उनके जानने वालों को हुई। सभी शोकाकुल हो गये। स्थानीय कस्बा स्थित जनता इंटर कॉलेज के अध्यापकों, कर्मचारियों ने शुक्रवार को विद्यालय खुलते ही दो मिनट का मौन रखकर अपने पूर्व प्रधानाचार्य के दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से कामना की तथा शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त किया। पूर्व प्रधानाचार्य ने 1965 से 1999 तक रसायन विज्ञान प्रवक्ता के रूप में अपना योगदान दिया, के पश्चात प्रधानाचार्य बने और इसी विद्यालय से 2003 में सेवानिवृत्त हुए। वह बेहद मिलनसार प्रवृत्ति के व्यक्ति थे। शिक्षा के प्रति उनकी गहरी रुचि रही। श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए विद्यालय के वरिष्ठ कर्णिक अनिल कुमार बरनवाल ने उनके व्यक्तित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला और कहा कि उनका व्यक्तित्व अनुकरणीय है। वह सदैव याद किये जायेंगे।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य अरविंद कुमार सिंह, महेश पटेल, सुनील गोविंद राव, नंदलाल पाल, अशोक कुमार यादव, रामअवध कुमार यादव, मिथिलेश कुमार, हरवीर सिंह, वैद्यनाथ मणि त्रिपाठी, मुकेश कुमार मनन, बृजेश जायसवाल, संतोष कुमार रैना, रामाशंकर प्रसाद, राकेश कुशवाहा, मुराद हसन, हरिओम इंद्रपाल आदि सहित छात्र- छात्राएं मौजूद रहे।