Reported By: गौतम मुनि तिवारी
Published on: Aug 6, 2025 | 4:26 PM
14
लोगों ने इस खबर को पढ़ा.
मथौली बाजार/कुशीनगर। विकास खण्ड मोतीचक अन्तर्गत ग्राम अथरहा में इफको बिक्री केन्द्र के प्रांगण में एक किसान गोष्टी का आयोजन किया गया जिसमें किसानों को खेती करने की नयी तकनीकी जानकारी के साथ साथ नैनो उर्वरक की भी तकनीकी जानकारी प्रदान की गयी ।
इस दौरान इफको कुशीनगर के क्षेत्र अधिकारी अनमोल रत्न ने किसानों को नैनो यूरिया के महत्व के बारे में समझाया और बताया कि किस प्रकार एक बोतल यूरिया एक बोरी यूरिया को प्रतिस्थापित कर सकती है इससे हमारी मिट्टी जल एवं पर्यावरण की रक्षा तो होगी ही साथ ही देश पर पड़ने वाले उर्वरक सब्सिडी के भारी भरकम बोझ से छुटकारा मिलेगा। नैनो यूरिया परंपरागत यूरिया का विकल्प है नैनो यूरिया परंपरागत यूरिया के मुकाबले सस्ता भी है एवं इसके प्रयोग से उत्पादन भी बढ़ता है दलहनी फसलों में 2 मिलीलीटर प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर उपयोग किया जाता है जबकि खाद्यान्न फसलों में 4 मिलीलीटर प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर फसल पर छिड़काव किया जाता है, इसके उपयोग से मिट्टी के जीवांश पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इफको एम सी के अजीत सिंह ने कृषि रासायनों के प्रयोग और उसके लाभ और हानि के बारे में विस्तार से समझाया। इफको के एस एफ ए अभिषेक दूबे ने कार्यक्रम का संचालन किया और इफको एम सी के अटल त्रिपाठी ने आगंतुकों का धन्यबाद ज्ञापित किया ।
इस अवसर पर नन्दलाल कुशवाहा, सुरेश मौर्या, रामजीत प्रसाद, रामहर्ष कुशवाहा, धुरुप मिश्रा, पवन यादव, सुरेश यादव, प्रदीप यादव, रामरूप यादव, अजय पटेल, मोहित कुशवाहा, रिंकू पटेल, सुरेश कुशवाहा, नरेन्द्र राव, विद्यासागर सिंह, धुरखेली, विभूती कुशवाहा, श्रीराम कुशवाहा,अमर सिंह सहित आदि किसान मौजूद रहे।
Topics: मथौली बाजार