Reported By: Surendra nath Dwivedi
Published on: Feb 18, 2023 | 7:53 PM
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कुशीनगर। पुलिस का नाम सुनते ही हमारे जहन में एक अनचाहा सा डर दौड़ जाता है। क्योंकि अक्सर अपराध और अपराधियों को काबू में रखने के लिए पुलिस को अपना सख्त रवैया दिखाना ही पड़ता है। वही कुछ अपवादों के चलते आमजन जहा तक हो सके पुलिसिया प्रपंच से दूर ही रहने का प्रयास करता है।
लेकिन आज हम ऐसे वर्दीधारियों की कहानी बता रहा हु, जो भी इसे सुना, देखा, वह इन पुलिसकर्मियों की मानवीय चेहरा को साधुवाद!देने से अपने को रोक नहीं रहा है। मामला तरयासुजान थाना क्षेत्र से जुड़ा है, महाशिवरात्रि के दिन जहा पूरे आवाम भगवान शिव को जलाभिषेक कर रहे थे, वही इस थाना क्षेत्र के सलेमगढ़ में लगने वाले ऐतिहासिक महाशिवरात्रि का मेला अपने पूरे शबाब पर था, दिन ढल रहा था इसी दौरान एक महिला दहाड़ मार कर रोते बिलखते मेले में पागल के तरह दौड़ रही थी. उस पर मेला ड्यूटी दे रहे बहादुरपुर पुलिस चौकी पर तैनात आरक्षी सदानंद पटेल और आरक्षी विलास यादव की पड़ी इन लोगो ने महिला का रोने का कारण पूछा तो महिला ने बताई की मेरा पाच वर्षीय पुत्र दिलआर मेले में गुम हो गया है। पुलिस कर्मियों ने पहले उक्त महिला को संतवाना दिलाई फिर उसके पुत्र को ढूढने लगी। मंदिर में लगे ध्वनि प्रसारण से उदघोष कराया फिर मात्र एक घंटे में लापता बच्चे को पुलिसकर्मियों ने खोज निकाला। पुलिस कर्मियों की इस मानवीय चेहरा और तत्परता को चहुओर सराहना होने लगी. वही जो कोई, देखता सुनता इन पुलिसकर्मियों को साधुवाद! देने से अपने को रोक नहीं पाता।
बकौल आरक्षी सदानंद पटेल और आरक्षी विलास यादव ने न्यूज अड्डा को बताया की गुम हुआ बच्चा स्थानीय थाना के सलेमगढ़ (माली टोला) निवासी नसुद्दीन अंसारी का पुत्र था। बच्चे को परिजनों को सौप दिया गया है।
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