Reported By: Chandra Prakash Tripathi
Published on: Oct 23, 2022 | 5:52 PM
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सुकरौली/कुशीनगर । जिले के हाटा तहसील अंतर्गत एक ऐसा ग्राम पंचायत का टोला जहां आजादी के सात दशक बीत जाने के बाद भी पक्की सड़क नहीं बन सका।
बताते चलें कि विकासखंड सुकरौली की ग्राम पंचायत पड़री टोला गौरा के पश्चिम दिशा में स्थित कच्ची मार्ग प्राइमरी स्कूल से होकर उत्तर दिशा में ट्रांबे रेल लाइन से भलुहीं को जोड़ती है।
गांव के रामाश्रय सिंह ने बताया कि यह कच्ची मार्ग हमारे जन्म के पहले की है जैसा कि बुजुर्गों द्वारा बताया जाता है। उन्होंने कहा कि यह कच्ची मार्ग आगे ट्रांबे रेल लाइन से भलुहीं होते हुए सेखपुरवां टोले को जोड़ते हुए ग्रामीण अंचल की मुख्य सड़क मार्ग से जुड़ जाती है।
यह कच्ची मार्ग बन जाने से गौरा टोले पर आने जाने वाले लोगों को सड़क की सुलभ सुविधा मिलने के साथ ही गांव की दूरी भी घट जाएगी।
इसके बावजूद भी स्थानीय जनप्रतिनिधियों से लगायत बड़े ओहदे के जनप्रतिनिधियों ने ध्यान नहीं दिया। जो आजादी के 70 साल बाद भी पुराने स्थिति में ही बदहाल है।
गांव के लोगों की समस्या को देखते हुए एक बार गांव के प्रधान नर्वदेश्वर शाही ने इस कच्ची मार्ग पर मिट्टी कार्य कराया था। जिसके बाद कभी किसी जनप्रतिनिधि ने ध्यान नहीं दिया स्थिति जस की तस बनी रही।
वही गांव की संजू देवी ने बताया कि अन्य मौसमों में किसी तरह हम लोग इस कच्ची मार्ग से काम चला लेते हैं लेकिन बरसात के दिनों में हम लोगों को कड़ी मशक्कत उठानी पड़ती है इस कच्ची मार्ग पर लगे पानी से होकर ही हम लोगों को गुजरना पड़ता है।
क्या कहते हैं ग्राम प्रधान-
ग्राम प्रधान प्रतिनिधि राम दुलारे यादव ने कहा कि किसी कच्ची मार्ग पर मनरेगा से मिट्टी भराई का कार्य किए जाने के 3 साल बाद ही उस पर मिट्टी का कार्य किया जा सकता है।अगले महीने में इस कच्ची मार्ग पर मिट्टी के कार्य किए जाने की अवधि पूरी हो रही है। अवधि पूरी होने के बाद तत्काल मनरेगा के तहत मिट्टी कार्य पूरा कराने के बाद उक्त कच्ची मार्ग पर खड़ंजा करा दी जाएगी।
Topics: अड्डा ब्रेकिंग सुकरौली