Reported By: न्यूज अड्डा डेस्क
Published on: Apr 11, 2022 | 3:24 PM
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नेबुआ नौरंगिया/कुशीनगर। जिले के वन रेंज खड्डा अंतर्गत लाइसेंसी सिर्फ आधा दर्जन आरा मशीनों के भरोसे इमारती लकड़ी सहित शादी विवाह में प्रयुक्त होने वाली लकड़ियों के चिरान की विभागीय व्यवस्था के चलते जहाँ अवैध आरा मशीनों के संचलन को बढ़ावा मिल रहा है वही जरूरतमंदों के काफी जेब ढीली करनी पड़ रही है।
वन क्षेत्र खड्डा में कुल 6 आरा मशीनें लाइसेंसी हैं जिनमे खड्डा बाजार में दो,ढोलहा ,मलाही पट्टी,मठिया व हाल ही स्थान परिवर्तन के पश्चात मिश्रौली में लगी रवि मिश्र की एक आरा सहित कुल 6 मशीनें संचालित हैं।जाहिरा तौर पर सिर्फ इनके चिरान से इतने बड़े क्षेत्र के चिरान जरूरत की पूर्ति असंभव है जिस वजह से अवैध चिरान मशीनो को मुनाफा के चलते बढ़ावा मिल रहा है वहीं जरूरतमंदों को चिरान के एवज में मोटी रकम चुकानी पड़ रही है। जिसका खामियाजा अंततः गरीबों व जरूरतमंदों को ही भुगतना पड़ रहा है।हालांकि विभाग अवैध आरा मशीनों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्यवाही करने व आरा मशीनों को उखाड़ जब्त करने का दावा करता रहता है फिर भी नौरंगिया सहित अनेक स्थानों पर रात के अंधेरे में होने वाली चिरान ही क्षेत्र में संचालित फर्नीचर दुकानों को चिरई लकड़ी उपलब्ध कराते है ये कोई छिपी बात नहीं है।इस संबंध में वन क्षेत्राधिकारी वी के यादव का कहना है कि व्यापक पैमाने पर अभियान चला अवैध आरा मशीनों को उखाड़ा गया है जिन्हें संचालित नहीं होने दिया जाएगा।