Reported By: Surendra nath Dwivedi
            
                Published on: Oct 31, 2025 | 4:08 PM            
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                        कुशीनगर। गो-वंश तस्करी पर लगाम कसने के लिए कुशीनगर पुलिस अभूतपूर्व सख्ती के साथ मैदान में उतर आई है। पुलिस अधीक्षक केशव कुमार के निर्देश पर पूरे जिले में ऑपरेशन ‘स्टॉप काउ स्मगलिंग’ लॉन्च कर दिया गया है।
एसपी ने स्पष्ट संदेश देते हुए कहा है कि जिले को गो-तस्करों के लिए ‘नो-गो जोन’ बनाया जाएगा। इसी क्रम में बिहार सीमा सहित जिले के बाहर जाने वाले सभी रूट्स पर चौकन्नी नाकाबंदी, स्थायी-अस्थायी बैरियर और 24×7 हाई-अलर्ट चेकिंग सिस्टम लागू कर दिया गया है।
जानकारी रहे कि रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक ‘जीरो टॉलरेंस चेकिंग’ चलाई जा रही हैं। हर थाना क्षेत्र में विशेष टीमें रातभर सड़क पर उतर कर संदिग्ध वाहनों को रोककर गहन जांच कर रही हैं। खासकर पशु वाहक वाहनों, पिकअप, ट्रक, कंटेनर और मिनी लोडर्स की कागज़ात, रूट और मूवमेंट की बारीकी से जांच की जा रही है। साथ ही खुफिया तंत्र की सक्रिय नेटवर्क पर सीधी निगरानी करते हुए तस्करी से जुड़े संभावित रूट, गिरोह और नेटवर्क पर पुलिस की खुफिया यूनिट पहले से ही काम पर जुट गई है।
सीमा से लगे संवेदनशील स्थानों पर 30 से अधिक मोबाइल चेकिंग टीमें तैनात हैं, जो अचानक रूट बदलने वाले वाहनों पर कड़ी नजर रख रही हैं।
एसपी केशव कुमार ने कड़े शब्दों में चेतावनी दी—
> “गो-तस्करी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। 20 थाना क्षेत्रों में स्थापित बैरियरों की निगरानी वरिष्ठ अधिकारी स्वयं कर रहे हैं। कहीं भी शिथिलता या मिलीभगत पाई गई, तो सीधे कार्रवाई होगी—बिना किसी नोटिस के।”
उन्होंने यह भी निर्देशित किया है कि चेकिंग के दौरान पुलिस बॉडी वॉर्न कैमरा, मोबाइल लोकेशन और डिजिटल ट्रैकिंग सिस्टम का उपयोग करे, ताकि तस्करी के हर प्रयास का डॉकेट तैयार हो सके।
इस हाई-वोल्टेज अभियान से तस्कर गैंगों में खलबली मच गई है। जिले की सीमाओं पर पुलिस ने जिस तरह का सुरक्षा घेरा खड़ा किया है, उसे आम लोग “लोहे की दीवार” के रूप में देख रहे हैं।