Reported By: न्यूज अड्डा कसया and न्यूज अड्डा डेस्क
Published on: Mar 14, 2022 | 9:12 AM
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कुशीनगर । भारतीय जनता पार्टी के सबसे पुराने और बुजुर्ग कार्यकर्ता और कुशीनगर जिले के नौरंगिया विधानसभा से जनसंघ के विधायक रहे 108 वर्षीय जयनरायन चौधरी उर्फ भुलाई भाई से जीत के बाद उत्तर प्रदेश के कार्यवाहक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फोन पर बात कर आशीर्वाद लिया। बातचीत के क्रम में भुलई भाई ने योगी आदित्यनाथ को प्रधानमंत्री ओढ़ पर देखने की इक्षा जताई।इसके पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी फोन पर उनका हालचाल पूछ चुके हैं।
रामकोला थानाक्षेत्र के पगार गांव निवासी पूर्व विधायक श्रीनारायण चौधरी उर्फ भुलई भाई को शनिवार की शाम कार्यवाहक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फोन किया और उनका हालचाल पूछा।
योगी से फोन पर 41 सेकण्ड की वार्ता के दौरान पूर्व विधायक भुलई भाई ने पहले नमस्कार बन्दगी किये फिर योगी आदित्यनाथ को अपना हाल बताया। अंत मे 108 वर्षीय भुलई भाई ने कहा कि आपको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद आपको प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि मेरी ये इक्षा जरूर पूरी होगी क्योकि ईश्वर पर मुझे पूरा भरोसा हैं।
विधानसभा चुनाव के दौरान पूर्व विधायक श्रीनारायण उर्फ भुलई भाई केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी। फोन कटने के बाद पूर्व विधायक ने बताया कि मुख्यमंत्री उनके सेहत के बारे में पूछ रहे थे। इस दौरान उनके परिवार के अनूप कुमार चौधरी, कन्हैया चौधरी आदि मौजूद रहे।
कौन हैं भुलई भाई और उनका राजनीतिक सफर: पूर्व विधायक नारायण जनसंघ के दिनों से ही राजनीति में सक्रिय हैं। उन्होंने दीनदयाल उपाध्याय और श्यामा प्रसाद मुखर्जी जैसे कद्दावर नेताओं के साथ भी काम किया है। 1974 में नौकरी छोड़ जनसंघ के समर्पित कार्यकर्ता बन गए। उनकी कर्मठता देख जनसंघ ने उनको चुनाव मैदान में उतारा। उस समय जिला देवरिया था और कुल 13 विधानसभा क्षेत्र थे।
नौरंगिया विधानसभा क्षेत्र (वर्तमान में कुशीनगर जनपद का खड्डा विधानसभा क्षेत्र) से जनसंघ के चुनाव चिह्न् दीया-बाती पर जीत केवल भुलई भाई को ही मिली। उन्होंने कांग्रेस के बैजनाथ को हराया था। इमरजेंसी के बाद पुन: 1977 में जनसंघ के साथ मिलकर बनी जनता पार्टी से चुनाव मैदान में उतरे और कांग्रेस के बैजनाथ को ही फिर पटखनी दी। इसके बाद जब भाजपा का गठन हुआ तो पार्टी की मूल धारा में आ गए। 2002 के विधान सभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार के रूप में सपा के पूर्णमासी देहाती से हारने के बाद फिर कभी चुनाव नहीं लड़े, लेकिन समर्पित कार्यकर्ता के रूप में पार्टी की सेवा करते आ रहे हैं। दो बार के विधायक रहे भुलई भाई के पास अपनी कोई गाड़ी नहीं है। धोती-कुर्ता के साथ केसरिया गमछा ही उनकी पहचान है।
Topics: खड्डा नेबुआ नोरंगिया