Reported By: Surendra nath Dwivedi
Published on: Oct 25, 2025 | 11:15 AM
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कुशीनगर । जनपद के पडरौना कोतवाली क्षेत्र के बड़हरा गांव में बृहस्पतिवार की शाम माँ लक्ष्मी की मूर्ति विसर्जन शोभायात्रा के दौरान मिश्रौली चौकी प्रभारी शनि जावला द्वारा श्रद्धालुओं पर लाठी चलाने का मामला सामने आया है। इस लाठीचार्ज में सात युवक घायल बताए जा रहे हैं।
मामले के बाद गांव में भारी हंगामा मच गया। श्रद्धालुओं ने मूर्ति विसर्जन रोक दिया और दरोगा के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। सूचना मिलते ही सदर विधायक मनीष जायसवाल और कोतवाल हर्षवर्धन सिंह मौके पर पहुंचे, ग्रामीणों को समझाकर जुलूस को शांत कराया गया। करीब डेढ़ घंटे के बाद मूर्ति विसर्जन संपन्न हुआ।
मिली जानकारी के अनुसार, बृहस्पतिवार को बड़हरा गांव से माँ लक्ष्मी की मूर्ति विसर्जन यात्रा निकली थी। जुलूस में शामिल युवा गुलाल उड़ाते और आतिशबाजी कर रहे थे। जैसे ही जुलूस बड़हरा ढाले के पास शिव मंदिर पहुंचा, चौकी प्रभारी शनि जावला ने किसी बात पर गुस्से में आकर लाठी चला दी।
ग्रामीणों के अनुसार, लाठीचार्ज से भगदड़ मच गई और अरविंद, अजीत रौनियार, अजय गुप्ता, प्रिंस रौनियार, विकास कुमार, प्रदीप और लवकुश समेत सात लोग घायल हो गए। इनमें एक दिव्यांग युवक भी शामिल बताया जा रहा है।
घटना की सूचना मिलते ही सदर विधायक मनीष जायसवाल मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को शांत कराया और कहा कि दोषी पुलिसकर्मी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
शुक्रवार को भाजपा नेता और मनोनीत सभासद नीरज सिंह बिट्टू भी घायलों से मिलने पहुंचे। उन्होंने एसपी केशव कुमार से फोन पर बात कर मिश्रौली चौकी प्रभारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
नीरज सिंह ने कहा, “यह अत्यंत शर्मनाक घटना है। माँ लक्ष्मी के विसर्जन में श्रद्धालुओं पर लाठी चलाना धार्मिक भावनाओं का अपमान है। हमने इस पूरे मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों और मुख्यमंत्री जी तक पहुंचाई है।”
पुलिस के बयान में विरोधाभास :
जहाँ कोतवाल हर्षवर्धन सिंह का कहना है कि “जुलूस में शामिल युवक आपस में भिड़ गए थे, चौकी प्रभारी से कोई विवाद नहीं हुआ,”
वहीं चौकी प्रभारी शनि जावला ने माना कि “कुछ लड़के नशे में थे, उन्हें समझा रहे थे, इसी दौरान कुछ को लाठी से चोट लग गई।”
जांच के बाद ही खुलासा संभव :
दोनों पुलिस अधिकारियों के बयानों में साफ विरोधाभास दिखाई दे रहा है। असली सच्चाई जांच के बाद ही सामने आएगी।
फिलहाल जनप्रतिनिधियों द्वारा घटना की जानकारी पुलिस अधीक्षक को दे दी गई है, और अब देखना यह है कि एसपी केशव कुमार इस प्रकरण में क्या कार्रवाई करते हैं।