Reported By: न्यूज अड्डा डेस्क
Published on: Aug 4, 2022 | 3:54 PM
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नेबुआ नौरंगिया/कुशीनगर। पिपरा बाजार स्थित किसान इण्टर कालेज में रामचरित मानस रचयिता महाकवि गोस्वामी तुलसीदास जी का जन्मदिवस सांस्कृतिक कार्यक्रम के बीच बड़े हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के छाया चित्र पर पुष्पार्चन व दीप प्रज्वलित कर किया गया।ततपश्चात बिद्यालय की छात्राओं द्वारा सरस्वती वन्दना,स्वागत गीत तथा अनेको भक्तिगीत प्रस्तुत किया गया।उक्त कार्यक्रम में अपने सम्बोधन में बिद्यालय के प्रधानाचार्य अश्विनी कुमार पाण्डेय ने तुलसी दास जी के जीवन पर बिस्तृत प्रकाश डालते हुए बताया कि तुलसी का बचपन बड़े कष्टों में बीता। बचपन मे ही माता-पिता के स्वर्गवासी होने के उपरांत इन्हें भिक्षाटन कर जीवन यापन करना पड़ा।इसी बीच इनका परिचय राम-भक्त साधुओं से हुआ और इन्हें ज्ञानार्जन का अनुपम अवसर मिल गया।पत्नी के व्यंग्यबाणों से विरक्त होने की लोकप्रचलित कथा को कोई प्रमाण नहीं मिलता। तुलसी भ्रमण करते रहे और इस प्रकार समाज की तत्कालीन स्थिति से इनका सीधा संपर्क हुआ। इसी दीर्घकालीन अनुभव और अध्ययन का परिणाम तुलसी की अमूल्य कृतियां हैं,जो उस समय के भारतीय समाज के लिए तो उन्नायक सिद्ध हुई ही,आज भी जीवन को मर्यादित करने के लिए उतनी ही उपयोगी हैं।तुलसीदास द्वारा रचित ग्रंथों की संख्या 39 बताई जाती है।
इनमें रामचरित मानस, कवितावली, विनयपत्रिका, दोहावली, गीतावली, जानकीमंगल, हनुमान चालीसा, बरवै रामायण आदि विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं।गोस्वामी तुलसीदास का जन्मदिन मनाया जाना हम सभी का सौभाग्य है।उक्त कार्यक्रम को भूगोल प्रवक्ता सतीश कुशवाहा,हिंदी प्रवक्ता सुनील कुमार पाण्डेय, डा. विष्णु प्रताप चौबे आदि ने भी सम्बोधित किया।इसी कड़ी में कक्षा 11वी के छात्र सोनी चौरसिया ने गोस्वामी तुलसीदास जी के जीवन पर अभिभाषण प्रस्तुत किया।।इस अवसर पर चंद्रभूषण पाण्डेय,धनंजय कुमार,नितिन कांबोज,दीपक मिश्रा,रतन गुप्ता आदि शिक्षकगण उपस्थित रहे।उक्त कार्यक्रम का संचालन शिक्षक भूपेन्द्र कुमार पांडेय ने किया।
Topics: नेबुआ नोरंगिया