कुशीनगर । तम में प्रकाश हूं, कठिन वक्त की आस हूं, हर वक्त तुम्हारे पास हूं, बुलाओ, मैं दौड़ी आती हूं, मैं खाकी हूं… ये लाइनें आईपीएस सुकीर्ति माधव द्वारा लिखी गई कविता की हैं लेकिन शरीर पर खाकी वर्दी पहने हुए बहुत सारे पुलिस अफसर व पुलिसकर्मी इन लाइनों को चरितार्थ करते हुए नजर आते हैं। कभी-कभी देखने में आता है कि किसी इंसान की जान बचाने के लिए पुलिस अफसर या पुलिसकर्मी ऐड़ी-चोटी का जोर लगा देते हैं। एक ऐसे ही उत्तर प्रदेश पुलिस के कुशीनगर जनपद में उपनिरीक्षक विवेक कुमार पांडेय भी हैं, जिन पर आईपीएस की कविता की ये लाइनें सटीक बैठ रही हैं।
जानिए पूरी बाते!
जनपद में पुलिस अधीक्षक कुशीनगर धवल जायसवाल के निर्देशन में “ऑपरेशन मुस्कान” के तहत गुमशुदा,लापता बच्चों की सकुशल बरामदगी हेतु चलाये जा रहे अभियान के क्रम में बीते शुक्रवार को कोतवाली पडरौना में कोतवाल सुशील कुमार शुक्ल अपने कार्यालय में जन सुनवाई कर रहे थे उसी समय एक सूचना हाथ लगी,जिससे कोतवाल सुशील कुमार शुक्ल अचानक असहज होते हुए गंभीर हो गए। सूचना यह रही की अमरजीत उर्फ गगन पुत्र सिन्धु कुशवाहा निवासी पडरी झुनियापट्टी थाना कोतवाली पडरौना जनपद कुशीनगर उम्र चौदह वर्ष जो घर से नराज होकर दिनांक 18.07.2024 को सुबह विद्यालय के लिए घर से निकला परन्तु वापस लौटकर घर नही आये। इस सूचना पर वादी मुकदमा सिन्धु कुशवाहा की तहरीरी सूचना के आधार पर थाना स्थानीय पर मु0अ0सं0 501/24 धारा 137(2) BNS पंजीकृत कर गुमशुदा दर्ज करते हुए अमरजीत उर्फ गगन की तलाश में उप निरीक्षक विवेक कुमार पांडेय,आरक्षी अनिल यादव,आरक्षी पंकज यादव,आरक्षी आशीष कुमार एक टीम बना कर सक्रिय करते हुए खुद कोतवाल सुशील ने टीम की मानीटर्निग करने लगे। जिसके क्रम में शनिवार को गुमशुदा अमरजीत उर्फ गगन उपरोक्त को सकुशल बरामद कर उनके परिजन को सुपुर्द कर दिया गया।
यहां बताना चाहूंगा की अपने बच्चे को सकुशल पाकर परिजन द्वारा धाकड़ धवल की पुलिस को धन्यवाद ज्ञापित किया गया। वही परिजन द्वारा बरामद करने वाली टीम के साथ साथ कोतवाल सुशील कुमार शुक्ल को थैंक्यू बोला गया।