Reported By: Ram Bihari Rao
Published on: Feb 14, 2024 | 6:23 PM
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रामकोला/कुशीनगर। गन्ने की वैज्ञानिक खेती के प्रति किसानों को जागरूक करने तथा गन्ना विकास के लिए शासन द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी देने के लिए उत्तर प्रदेश गन्ना किसान संस्थान प्रशिक्षण केंद्र गोरखपुर द्वारा लक्ष्मीगंज गन्ना समिति परिक्षेत्र के ग्राम चखनी पूरन छपरा में बसंत कालीन गणना गोष्ठी का आयोजन किया गया।गोष्ठी का संचालन रामकोला चीनी मिल के वरिष्ठ गन्ना प्रबंधक डॉक्टर संजय त्रिपाठी ने किया।
गोष्ठी में गन्ने की अधिक उपज देने वाली प्रजातियों कोश 13235, 9232 को 0118 कोलख 14201 आदि की बुवाई ट्रेंच विधि से बुवाई करने का सलाह दिया तथा दोहरा लाभ के लिए किसान से गन्ने के साथ प्याज मूंग व खीरा कद्दू आदि की सहफसली खेती कर सकते हैं। लक्ष्मीगंज के ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि बसंत कालीन बुवाई के लिए 225 कुंतल ब्रीडर गन्ना शोध संस्थान सेवरही लक्ष्मीपुर से आवंटित हुआ है। गन्ने के साथ सहफसली खेती करने पर किसान को 9 हजार रूपये अनुदान दिया जायेगा। एक किसान को अधिकतम 25 कुंतल बीज दिया जाएगा। गन्ना पर्यवेक्षक अजीत सिंह ने बताया कि बीज गन्ने की मांग नोट कराते रहें। गोष्ठी का संचालन कर रहे रामकोला चीनी मिल के वरिष्ठ गन्ना प्रबंधक डॉक्टर संजय त्रिपाठी ने बताया कि चीनी मिल परिक्षेत्र में गन्ना विकास के लिए कृषकों को अनुदान पर कीटनाशक गन्ना कृषि यंत्र दिया जा रहा है तथा पेड़ी प्रबंध के लिए आरएमडी यंत्र दिया जा रहा है। अपर गन्ना प्रबंधक विनोद कुमार तोमर ने बताया कि चीनी मिल द्वारा मृदा परीक्षण कराया जा रहा है। परिक्षण के आधार पर किसान संतुलित उर्वरक प्रयोग करें। गन्ना वैज्ञानिक बच्चा राय ने ट्रेंच विधि से गन्ना बोने से लाभ बताया। गोष्ठी में प्रमुख रूप से किसान सत्येंद्र कुमार, राकेश दुबे, रियासत अली जोखन, जानकी चौहान, सुरेंद्र यादव आज मौजूद रहे।
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