Reported By: Chandra Prakash Tripathi
Published on: Oct 19, 2021 | 6:19 PM
543
लोगों ने इस खबर को पढ़ा.
सुकरौली/ कुशीनगर (न्यूज अड्डा)। सुकरौली मुख्यालय से सटे सेमरी ग्राम सभा में पिछले 50 वर्षों से नवरात्र मे रामलीला का आयोजन होता रहा है। गांव के कलाकारों द्वारा रामायण की मनमोहक प्रस्तुति देखते ही बनती है।सेमरी महेशपुर ग्रामसभा सुकरौली नगर पंचायत का एक हिस्सा है। जहां पर सन 1972 से लगातार गांव के लोगों के द्वारा रामायण का मंचन किया जाता है। जिसमें गांव के ही छोटे बड़े कलाकारों की विशेष भूमिका होती है राम, रावण, दशरथ, ऋषि और राक्षसों की भूमिका निभाते हुए गांव के कलाकारों को एक अलग प्रकार के आनंद की अनुभूति होती है।
रामलीला मंच पर राम के जन्म से लेकर सीता स्वयंवर तक का मंचन गांव के कलाकारों द्वारा बड़े ही सुंदर ढंग से किया गया। रामलीला की तैयारी महीनों पहले राघवेंद्र मिश्रा अध्यापक लक्ष्मी मिश्र एवं हास्य कलाकार हरी लाल यादव के नेतृत्व में किया गया था।
रामलीला मंच का आयोजन ग्राम वासियों के सहयोग से राघवेंद्र मिश्रा विमलेश कुमार मिश्र लक्ष्मी नारायण मिश्रा द्वारा किया गया तथा कार्यक्रम के संचालन विमलेश मिश्र ने किया।रामलीला का उद्घाटन फीता काटकर राजेश कुमार गुप्ता सुकरौली के पूर्व ग्राम प्रधान ने किया । इस मौके पर रामलीला आयोजक के साथ-साथ सैकड़ों की संख्या में ग्राम वासी मौजूद रहे।मंच पर प्रस्तुत गंवई कलाकारों द्वारा रामलीला हिंदी और भोजपुरी भाषाओं से मिश्रित काफी आकर्षक था। राम जन्म होने पर पूरे गांव के औरतों द्वारा बधाई गीत गाना तथा राम-लक्ष्मण, भरत एंव शत्रुघ्न बने छोटे-छोटे अबोध बच्चे जो दशक दीर्घा में से थे उनकी प्रस्तुति लोगों को खूब भाया। विश्वामित्र यज्ञ भंग करने आए राक्षसों का भी अभिनय भी देखने लायक था उनको देखकर ऐसा लग रहा था जैसे साक्षात श्रृंगी पर्वत के राक्षस ही हो। उनका अभिनय इतना सजीव था कि छोटे-छोटे बच्चे काफी देर तक डरे सहमे रहे ।वही बड़े लोगों ने रामलीला का भरपूर आनंद उठाते रहे।
सीता स्वयंवर में धनुष तोड़ने का राजाओं द्वारा प्रयास काफी हास्य पूर्ण रहा। दर्शक हंसते -हंसते लोटपोट हो गए परशुराम और लक्ष्मण संवाद भी देखने और सुनने योग्य था
प्रस्तुत रामलीला के आयोजक समिति पूर्व प्रधान तारा प्रसाद पाठक, शिक्षक राम व्यास मिश्र , लक्ष्मी मिश्रा गजेंद्र मिश्र व राघवेंद्र मिश्रा और पप्पू गुप्ता एवं गंवई कलाकार पात्र सहित राजाजनक भूपेन्द्र मिश्रा,राम- मोहन मिश्रा, माँता सीता चुलबुली , लक्ष्मण- प्रान्जल मिश्रा, विश्वामित्र- शशि भूषण मिश्रा, रावण- श्रीकिशुन मद्धेशिया, वाणासूर- विकास कन्नौजिया, बशिष्ठ- भूपेन्द्र मिश्रा, बन्दीजन- निरज मिश्रा, परशुराम- सत्यप्रकाश पाठक, श्रृंगिऋषि- अनुराग मिश्रा, राजा दशरथ- अवधेश कुमार मिश्र, हुड़दंग राजा- हरीलाल यादव , बल्देव- भृषभान गौड़, राजानयनपुर- बलराम यादव,अन्यराजा- अजय गौड़, आदि ने रामलीला संजीव मंचन करके लोगों को भाव बिभोर कर दिया।
Topics: सुकरौली