Reported By: न्यूज अड्डा डेस्क
Published on: Jul 11, 2020 | 12:00 PM
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गंडक बैराज से 2.64 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से नदियां उफान पर हैं, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है. नेपाल में भारी बारिश होने की वजह से गंडक नदी समेत अन्य नदियों के जलस्तर में लगतार वृद्धि हो रही है. शनिवार को वाल्मीकि नगर गंडक बैराज से दोपहर 12 बजे के लगभग 2.64 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया. इसकी वजह से आस-पास के इलाके में रहने वालों की चिंता बढ़ गई है.
वहीं, मौसम विभाग ने भी नेपाल और पश्चिम चंपारण में अत्याधिक बारिश और वज्रपात के मद्देनजर बाढ़ को लेकर हाई अलर्ट जारी किया है. नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि की वजह से सभी बीडीओ, सीओ और अन्य पदाधिकारियों को पूरी सतर्कता के साथ तटबंधों का निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया है.
इधर, जल संसाधन विभाग भी बांधों और तटबंधों की निगरानी में जुट गया है. पानी के दियारा के निचले इलाकों में फैलने की संभावना है. ऐसे में संभावित बाढ़ के मद्देनजर बगहा के तटबंधों की निगरानी के लिए होमगार्ड्स को लगाया गया है.
सरकारी स्तर पर निर्देश आया है कि नाव का परिचालन नहीं किया जाए, लेकिन बगहा स्थित कैलाश नगर गांव के पास के घाट पर कुछ लोग अपनी जान जोखिम में डालकर नदी से बहती लकड़ी छानकर नाव के सहारे ला रहे हैं.
जल संसाधन मंत्री संजय झा ने ट्वीट कर कहा कि नदियों का सुबह 6 बजे का जलस्तर संलग्न है. बागमती और कमला बलान खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. इनके किनारे बसे लोगों से अपील है कि वे सतर्कता बरतें. आपात स्थिति में टॉल फ्री नं 1800 3456 145 पर, या ट्विटर पर #HelloWRD के साथ हमें सूचना दें.
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