Reported By: न्यूज अड्डा डेस्क
Published on: Mar 8, 2021 | 10:15 AM
1085
लोगों ने इस खबर को पढ़ा.
महिलाओं के अदृश्य संघर्ष को सलाम करने के लिए उनके सम्मान में, उन्हें समान अधिकार और सम्मान दिलाने के उद्देश्य के साथ संयुक्त राष्ट्र संघ ने 08 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस घोषित किया हुआ है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाने के लिए कई जायज कारण हैं। महिला/स्त्री/नारी/औरत शब्द कुछ भी हो, मां/बहन/बेटी/पत्नी रिश्ता कोई सा भी हो वे हर जगह सम्मान की हकदार है। चाहे वह शिक्षक/वकील/डॉक्टर/पत्रकार/सैनिक/सरकारी कर्मी/इंजीनियर जैसे किसी पेशे में हों या फिर गृहिणी ही क्यों न हों, समानता का अधिकार उन्हें भी उतना ही है, जितना की पुरुषों का है। आधी आबादी के तौर पर महिलाएं हमारे समाज -जीवन का एक मजबूत आधार है। महिलाओं के बिना इस दुनिया की कल्पना करना ही असंभव है। कई बार महिलाओं के साथ पेशेवर जिंदगी में भेदभाव होता है। घर-परिवार में भी कई दफा उन्हें समान हक और सम्मान नहीं मिल पाता है। फिर वे जूझती हैं। संघर्ष कर करती हैं और इस दुनिया को खूबसूरत बनाने में उनका ही सर्वाधिक योगदान है उक्त बातें कुचायकोट स्पोर्ट्स एकेडमी के निर्देशक जुबैर अहमद ने कही।
उक्त बातें आज कुचायकोट स्पोर्ट्स अकैडमी में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर सम्मान समारोह कर की गई।
कुचायकोट स्पोर्ट्स एकेडमी के तत्वाधान में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिला सम्मान समारोह हुआ। कार्यक्रम में आत्मरक्षा प्रशिक्षण में उत्कृष्ट कार्य करने वाली मार्शल आर्ट्स के छात्राओं एवं महिलाओं को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में सतेंद्र सिंह सामिल थे।
उक्त समारोह में लक्ष्मी पाठक, हैप्पी तिवारी, पूजा, प्रियंका, मनीषा सोनी, रिया,अमित कुशवाहा आर्यन पांडेय , विशाल दुबे, सूरज तिवा
री , चंदन यादव तथा अन्य लोग मौजूद रहे।
Topics: अड्डा ब्रेकिंग