Reported By: न्यूज अड्डा डेस्क
Published on: Aug 7, 2020 | 6:52 AM
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मुंबई में मूसलाधार बारिश ने एक बार फिर कहर ढाया है। पिछले दो दिन से जारी बारिश बुधवार को और बढ़ गई। तेज हवाओं और बारिश के कारण मुंबई में जनजीवन प्रभावित हुआ। बारिश से बदहाल जनजीवन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीएम उद्धव ठाकरे से फोन पर बात की और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। वहीं मुंबई की मस्जिद और भायखला स्टेशन के बीच 2 लोकल ट्रेनें रेलवे ट्रैक पर पानी भर जाने के कारण फंस गई थी। सभी 55 यात्रियों को रेस्क्यू कर लिया गया।
घुटने भर पानी में मुंबई
मुंबई के निचले इलाकों में जगह-जगह जलजमाव के कारण पूर्वी उपनगर में कांदिवली-दहिसर और अन्य इलाकों में घरों और दुकानों में पानी भर गया। लोगों को घुटने भर पानी में चलकर स्टेशन आना पड़ा। रेलवे ट्रैक पर भी पानी भर गया। इससे सेंट्रल, वेस्टर्न और हार्बर लाइन की ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हुआ। ड्यूटी पर आए हजारों लोग दफ्तरों में ही फंस गए।
निसर्ग से भी ज्यादा खतरनाक दिखी मुंबई बारिश
बुधवार को मुंबई की बारिश का हाल निसर्ग तूफान के दिन से भी ज्यादा खतरनाक नजर आया। कोलाबा में 46 साल बाद अगस्त में 12 घंटे में 294 मिमी बारिश हुई। इससे दक्षिण मुंबई में बरसों बाद सड़क पर इतना पानी दिखा। अगस्त महीने में कोलाबा में 1974 में सबसे अधिक बारिश का रेकॉर्ड 262 मिमी का था, जबकि बुधवार को यहां 293.8 एमएम बारिश दर्ज की गई।
2005 की बाढ़ में भी नहीं दिखा था ऐसा हाल
दक्षिण मुंबई के जिन इलाकों में कभी जलजमाव नहीं देखने को मिलता था, वहां भी सड़कों पर तालाब नजर आया। चर्नी रोड में विल्सन कॉलेज के सामने, गिरगांव, बाबुलनाथ एरिया, पेडर रोड, बालकेश्वर एरिया में सड़कों पर पानी भरा रहा। गिरगांव चौपाटी के सामने रहने वाले हरि भाई ने बताया कि 2005 की बाढ़ में भी इस तरह का नजारा यहां देखने को नहीं मिला था।
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