●बेटी का हाथ पिला नही कर पाये मुंबई पुलिस कमिश्नर विवेक फनसालकर.।
➖➖➖➖➖➖➖➖➖ मुंबई.।मुंबई पुलिस महकमे ने समूचे देश के सामने कर्तव्यों के बड़ी जिम्मेदारी की बड़ी बेहतरीन मिशाल पेश की है। उन्होंने अपने सार्गिदों को भी पुलिस की उस जिम्मेदारी का बोध करा दिया है जिसके लिए उन्होंने इस पेशा को अंगीकार किया था.।
लोग आज फक्र से शाबाश मुंबई पुलिस कहते हुए गाहे बगाहे मुंबई पुलिस के कर्तव्यपरायणता के धनी पुलिस कमिश्नर विवेक फनसालकर की जिम्मेदारियों के आगे जिम्मेवारियों के बीच के फासले की पहचान कराने की दाद देते नजर आ रहे है। बताया जा रहा है कि मुंबई पुलिस कमिश्नर की एकलौती बेटी की आज बारात आयी हुई है। बेटी के हाथ पीले करने से लेकर मेहमाननवाजी और दामाद के परिवार की तीमारदारी से परे महाराष्ट्र शासन की ओर से आर्थिक राजधानी की कानून सुव्यवस्थता के दी गयी जिम्मेदारी के मद्देनजर छुट्टी से दुर पुरे तन्मयता से कानून के अनुपालन के लिए महकमे के साथ डटे खड़े है। बतादें कि मुंबई में आज दिनभर चले राजनीतिक गहमागहमी,मोर्चा बंदी को लेकर किसी भी अप्रिय घटना और शांतिपूर्ण तरिके से अमन चयन बनाने के लिए पुलिस की चाकचौबंद व्यवस्था की गयी थीं.। जिसकी पुरी जवाबदेही 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी मुंबई पुलिस कमिश्नर फनसालकर की बनी रही.।