Reported By: Farendra Pandey
Published on: Aug 11, 2021 | 5:26 PM
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कुशीनगर (न्यूज अड्डा) । बुद्धवार को ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के तत्वावधान में सेंट्रल बैंक आर से टी परिसर में मेगा क्रेडिट कैंप का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम थे। विदित हो कि विभिन्न रोजगारपरक सरकारी योजनाओं के लिए जनपद कुशीनगर में 100 करोड़ क्रेडिट वितरण का लक्ष्य था जिसे 12 सरकारी बैंकों तथा 5 प्राइवेट बैंक मिलकर पूरा कर रहे हैं। अब तक 72.02 करोड के क्रेडिट वितरण की उपलब्धि दर्ज की जा चुकी है, तथा 31 अगस्त तक 101 करोड़ का लक्ष्य तय किया गया है। इसमें सेंट्रल बैंक की भागीदारी ₹ 11.50 करोड़ की है।
डीएम ने विशेष कैंप के आयोजन के लिए सभी का स्वागत किया तथा उन्होंने कहा कि शुरुआती प्रगति काफी धीमी थी लेकिन इस संदर्भ में आप लोगों ने रूचि देख कर इस गति को तीव्र किया। यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। 72% उपलब्धि प्राप्त होने पर उन्होनें सभी बैंको को भी धन्यवाद दिया तथा कहा कि बैंकों को क्रेडिट देना चाहिए तथा लोन लेने वाले भी यह सोचे कि इस पूंजी को निवेश के रूप में इस्तेमाल कर बिजनेस को कैसे आगे बढ़ाया जाए। यह एक सामाजिक और नैतिक जिम्मेदारी है। जिस काम के लिए लोन लिया जा रहा है उस काम को पूर्णता से किया जाए और समय पर लोन का पेमेंट भी किया जाना चाहिए, जिससे आप उन लोगों के लिए प्रेरणा श्रोत बने जिन्हें लोन की जरूरत है । इस क्रम में उन्होंने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी और जिला सहकारी बैंकों के प्रबंधकों को विशेष रूप से इस उपलब्धि के लिए धन्यवाद दिया।
बैठक को संबोधित करते हुए क्षेत्रीय प्रबंधक सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया एल0 बी0 झा ने बताया कि कोरोना कि वजह से लक्ष्य से कुछ पीछे रह गए लेकिन 31 अगस्त तक ₹ 1 करोड़ के क्रेडिट वितरण के लक्ष्य को पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा जो भी कार्य होगा पवित्र एवं पारदर्शी तरीके से होगा। बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि देश प्रदेश और जिले की अर्थव्यवस्था में बैंक की भूमिका महत्वपूर्ण होती है, और यहां का प्रशासन भी आपके साथ खड़ा है। सरकार की योजनाओं के लिए क्रेडिट दें तथा विकास में सहभागी बने। इस क्रम में ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि इसका मोटो इस क्षेत्र में अप्रशिक्षित लोगों को प्रशिक्षित करना है। इसके लिए पुरुष या महिला सभी पात्र हैं। इसके माध्यम से स्वरोजगार के लिए वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाती है। इससे लोगो को स्वावलंबी बनाने में भी सहायता मिलती है। जितने भी सरकारी योजनाएं हैं उसके लंबित आवेदनों का समय से गुणवत्तापरक निष्पादित करें। उन्होनें कहा कि पात्र लाभार्थी को वंचित करना एक अपराध होगा। सरकारी योजनाओं को क्रियान्वित करें एवं जिले के विकास में सहायता प्रदान करें।
इस अवसर पर जिला प्रबंधक सुनील कुमार त्यागी ने बताया कि रोजगारपरक परियोजनाओं के प्रस्ताव लंबित नहीं होने चाहिए। 31 अगस्त के बाद कोई भी प्रस्ताव पेंडिंग ना रहे। उन्होंने यह भी उम्मीद की कि लक्ष्य को पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद जिलाधिकारी महोदय के द्वारा कुछ लाभार्थियों को क्रेडिट वितरित भी किया गया। फिर जिलाधिकारी महोदय ने बीसी सखी के 19 वे बैच का उद्घाटन किया तथा उन्हें उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया क्षेत्रीय प्रबंधक श्री एल बी झा, जिला प्रबंधक श्री सुनील कुमार त्यागी तथा ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान के निदेशक श्री आर एन यादव भी मौजूद थे।
Topics: बिज़नेस और टेक्नोलॉजी सरकारी योजना