Reported By: Surendra nath Dwivedi
Published on: Mar 4, 2025 | 5:14 PM
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प्रधानाध्यापक भगवंत कुमार सिंह की पहल लाई रंग कांवेंट स्कूलों को मात दे रहे बेसिक के बच्चे
सब पढ़े – सब बढ़े नारे को चरितार्थ कर रहा कसया का कंपोजिट विद्यालय
स्मार्ट क्लासेज, कंप्यूटर शिक्षा, एलईडी टीवी आदि के माध्यम से
बच्चों को दी जा रही बेहतर शिक्षा
कसया, कुशीनगर।
केंद्र और प्रदेश सरकार के सर्व शिक्षा अभियान के तहत सब पढ़े – सब बढ़े नारे को चरितार्थ कर रहा है ब्लाक संसाधन केंद्र कसया के परिसर में स्थित कंपोजिट विद्यालय। जहां बेहतर शिक्षण माहौल होने से विद्यालय की छात्र और छात्राएं कॉन्वेंट विद्यालयों की तरह शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। खेल के साथ पढ़ाई का अच्छा माहौल होने से विद्यालय में अच्छी खासी संख्या है।
बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित इस विद्यालय में पर्याप्त कक्षा कक्ष, प्राकृतिक वातावरण विकसित किया गया है। निजी विद्यालयों की तरह ही
स्मार्ट क्लासेज, कंप्यूटर शिक्षा, एलईडी टीवी आदि के माध्यम से बच्चों को बेहतर शिक्षण को लेकर विद्यालय के प्रधानाध्यापक भगवंत कुमार सिंह जागरूक हैं। उनकी पहल रंग लाई और बच्चे कॉन्वेंट स्कूलों के बच्चों को मात दे रहे हैं। सभी बच्चों को प्रोजेक्टर माध्यम से पढ़ाया जाता है। एक से आठवीं कक्षा तक के बच्चों को सभी विषयों के साथ अंग्रेजी पढ़ाई जाती है। विद्यालय के प्राथमिक में 232 और पूर्व माध्यमिक में 230 बच्चे अध्ययनरत हैं। सरकार द्वारा बच्चों को मिड डे मिल, गणवेश, पाठ्य पुस्तक, स्टेशनरी आदि निःशुल्क रूप से दिया जाता है। विद्यालय में स्वच्छ पर्यावरण के लिए बागवानी को बढ़ावा देने के लिए बच्चों ने इको क्लब बनाया है, जिसके तहत बच्चों ने एक पेड़ मां के नाम पर पौधे लगाए हैं। सामाजिक विषयों की समझ के लिए बच्चे मीना मंच के माध्यम से राष्ट्रीय पर्व मनाते हैं और विभिन्न अवसरों पर शिक्षकों सहित एक दूसरे को सेलिब्रेट करते हैं। दिवालों पर शैक्षणिक भित्तिचित्र से बच्चे जहां पढ़ते हैं। निपुण भारत अभियान के तहत योगा क्लासेज, विज्ञान प्रयोगशाला, समर कैंप और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से बच्चे गुरुजनों के निर्देशन में शिक्षा, खेल के क्षेत्र में नित सफलता अर्जित कर रहे है। विद्यालय के प्रधानाध्यापक भगवंत कुमार सिंह ने बताया कि बच्चों को समय प्रबंधन, संस्कार, अनुशासन, नैतिक गुणों के साथ पढ़ने, लिखने और याद करने की सीख दी जाती है। वर्ष 2019 में मै इस विद्यालय में बतौर प्रधानाध्यापक ज्वाइन किया। पूर्व माध्यमिक विद्यालय में मै इकलौता शिक्षक हूं, दो अनुदेशकों और प्राइमरी के शिक्षकों के साथ पूरी शिक्षण व्यवस्था देख रहा हूं। सबके मेहनत से अब बच्चों की संख्या दोगुनी हो गई है और बच्चों में मेधा शक्ति का निरंतर विकास हो रहा है। बता दें कि प्राइवेट विद्यालयों में नामांकन शुल्क, पंजीयन शुल्क, भारी भरकम मासिक शुल्क और अन्य शुल्क देना आम या गरीब लोगों के बूते की बात नहीं है। ऐसे में कसया का यह कंपोजिट विद्यालय कांवेंट स्कूलों की तर्ज पर शिक्षा की अलख जगा रहा है। विद्यालय के प्रधानाध्यापक श्री सिंह के इस शैक्षणिक प्रयास की लोग खूब सराहना कर रहे हैं।
विद्यालय के बच्चों ने लहराया सफलता का परचम
कसया के इस कंपोजिट विद्यालय के बच्चे प्रधानाध्यापक
भगवंत कुमार सिंह के निर्देशन और शिक्षक दुर्गेश यादव एवं शिक्षिका रश्मि सिंह तोमर, निशु विश्वकर्मा सहित विद्यालय के सभी शिक्षिकाओं के देखरेख में बच्चों ने कई सफलताएं प्राप्त की हैं। आय आधारित छात्रवृति योग्यता परीक्षा में कु.निधि सफल हुई वहीं कुलदीप कुमार जनपद क्रीड़ा प्रतियोगिता में आयोजित दौड़ में प्रथम रहे। पिछले वर्ष दो छात्राएं नवोदय विद्यालय के लिए चयनित हुईं।
स्मार्ट क्लासेज के लिए प्रधानाध्यापक को मुख्यमंत्री कर चुके हैं सम्मानित
विद्यालय में अंग्रेजी, कंप्यूटर सहित विभिन्न विषयों को लेकर स्मार्ट क्लासेज संचालित करने को लेकर वर्ष 2023 में गोरखपुर में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानाध्यापक भगवंत कुमार सिंह को सम्मानित किया। श्री सिंह ने कहा कि उचित शैक्षिक माहौल निर्माण और सब पढ़े सब पढ़े के संकल्प से ही विकसित भारत का सपना पूरा होगा।
Topics: कुशीनगर समाचार