जन शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही करने वाले अफसर नाम सहित चिन्हित,
मंडलायुक्त, आईजी, डीआईजी, डीएम, एसएसपी भी नाम सहित चिन्हित,
मुख्य सचिव आर० के० तिवारी ने एक हफ्ते में कार्रवाई कर रिपोर्ट देने के दिए निर्देश,
लखनऊ समेत कई मंडलीय व जिला स्तर के अधिकारी लापरवाही के लिए चिन्हित,
समाधान पोर्टल पर आई शिकायतों के निस्तारण से जुड़ी कार्रवाई की रैंडम जांच कराने पर बड़े पैमाने पर सामने आई लापरवाही,
मुख्य सचिव ने सीएम कार्यालय के अधिकारियों से की समीक्षा,
बिना नोडल अधिकारी का अनुमोदन लिए अन्य संदर्भ में दर्ज कर रहे शिकायतें,
शिकायती पत्रों पर आवेदकों का मोबाइल नंबर नहीं करते दर्ज,
19 जिलों के डीएम, गौतमबुध नगर के पुलिस आयुक्त व 6 जिलों के एसएसपी नहीं कर रहे निर्देशों का पालन,
बाराबंकी, बलरामपुर, बहराइच, अंबेडकर नगर के डीएम भी लापरवाह,
शिकायतों का निस्तारण समय पर ना करने वालों में लखनऊ, गोंडा, बाराबंकी, अयोध्या, सीतापुर, रायबरेली व अमेठी समेत 30 जिलों के डीएम के साथ लखनऊ पुलिस कमिश्नर की भी लापरवाही आई सामने,
80 फ़ीसदी मामलों में आम लोगों का फीडबैक नेगेटिव,
18 में से 17 मंडलों के आयुक्त, 18 परिक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक, महानिरीक्षक 53 जिलों के डीएम व 44 जिलों के एसएसपी बरत रहे लापरवाही।