Reported By: Surendra nath Dwivedi
Published on: Sep 4, 2025 | 3:00 PM
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अहिरौली बाजार/अमरनाथ यादव/कुशीनगर।क्षेत्र अंतर्गत बेदुपार में स्थित माता सोनमती देवी और ग्राम सभा बलुआ के पोखरिअहवा टोले पर स्थित श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर पर प्रथम बार गुरुवार को वामन एकादशी कथा सुनाई गई।
बलुआ में कथावाचक पं०संतोष पाण्डेय ने श्रोताओं को कथा का रसपान कराते हुए कहा कि भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है।इसी वामनी एकादशी’ या ‘परिवर्तनी एकादशी’ भी कही जाती है।बेदूपार में पंडित लाल जी तिवारी ने कथा सुनाई उन्होंने कहा कि वामन एकादशी के व्रत को करने से सभी मनोकामनाएँ पूरी होती हैं। इस तिथि में भगवान वामन देव का पूजन अवश्य करना चाहिए। वामन एकादशी के दिन यज्ञोपवीत से भगवान वामन की प्रतिमा स्थापित कर, अर्ध्य दान करने, फल-फूल अर्पित करने और उपवास आदि करने से व्यक्ति का कल्याण होता है।कथा के पश्चात भगवान की आरती और प्रसाद वितरण किया गया।
इस अवसर पर रामगुलाब यादव,मुन्ना यादव,रवि यादव,राजू राय,विकास यादव,सुरेन्द्र यादव सहित अन्य श्रोतागण के साथ समस्त ग्रामवासी उपस्थित रहे।।अहिरौली बाजार क्षेत्र के बेदुपार में माता सोनमती देवी और ग्राम सभा बलुआ के पोखरिअहवा टोले पर स्थित संकट मोचन हनुमान मंदिर पर प्रथम बार गुरुवार को वामन एकादशी कथा सुनाई गई।
बलुआ में कथावाचक पं०संतोष पाण्डेय ने श्रोताओं को कथा का रसपान कराते हुए कहा कि भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है।इसी वामनी एकादशी’ या ‘परिवर्तनी एकादशी’ भी कही जाती है।बेदूपार में पंडित लाल जी तिवारी ने कथा सुनाई उन्होंने कहा कि वामन एकादशी के व्रत को करने से सभी मनोकामनाएँ पूरी होती हैं। इस तिथि में भगवान वामन देव का पूजन अवश्य करना चाहिए। वामन एकादशी के दिन यज्ञोपवीत से भगवान वामन की प्रतिमा स्थापित कर, अर्ध्य दान करने, फल-फूल अर्पित करने और उपवास आदि करने से व्यक्ति का कल्याण होता है।कथा के पश्चात भगवान की आरती और प्रसाद वितरण किया गया।
इस अवसर पर रामगुलाब यादव,मुन्ना यादव,रवि यादव,राजू राय,विकास यादव,सुरेन्द्र यादव सहित अन्य श्रोतागण के साथ समस्त ग्रामवासी उपस्थित रहे।
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