Reported By: Sanjay Pandey
Published on: Feb 27, 2021 | 4:34 PM
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खड्डा/कुशीनगर। सन्त शिरोमणि गुरु रविदास जी की 6440 वीं जयन्ती मोटर साइकिल जुलूस के साथ खड्डा नगर के जटाशंकर पोखरे पर धूमधाम से मनाई गई। कार्यक्रम में अतिथियों ने संत शिरोमणि रविदास जी के विचारों को आत्मसात करने का संकल्प लिया गया। माघी पूर्निमा के दिन सन्त शिरोमणि गुरु रविदास जी का जन्मदिन सम्पूर्ण भारत में धूम-धाम से मनाया जा रहा है। खड्डा में जटाशंकर पोखरा के रामलीला मैदान में सन्त शिरोमणि गुरु रविदास जी की जयन्ती धूम-धाम से मनाया गया। नगर में प्रभात फेरी भी लगा। मुख्य अतिथि खड्डा टाऊन एरिया के प्रथम चेयरमैन व पूर्व विधायक दीपलाल भारती ने कहा कि भक्तिकालीन संत व कवि रविदास का जीवन व उनकी शिक्षाएं अत्यंत प्रेरक हैं। वे महान आध्यात्मिक समाज सुधारक थे। उन्होंने कहा था कि रैदास जन्म के कारणै, होत न कोई नीच। नर को नीच करि डारि हैं, औछे करम की कीच।
उन्होंने घृणा का प्रतिकार घृणा से नहीं, बल्कि प्रेम से किया। हिंसा का हिंसा से नहीं, बल्कि अहिंसा और सद्भावना से किया। इसलिए वे प्रत्येक व्यक्ति के प्रेरणास्त्रोत बने।
इस अवसर पर अम्बेडकर सेवा समिति के अध्यक्ष सुबाष गौतम, शिक्षक मुन्नीलाल,नौमी प्रसाद, विंदेश्वरी प्रसाद, उमेश, विजय कुमार, सुनील कुमार सेन, राम आसरे ने संत रविदास के चित्र अर्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित कर अपने-अपने विचार रखे। कार्यक्रम में तमाम लोग शामिल रहे।
Topics: खड्डा