Reported By: न्यूज अड्डा डेस्क
Published on: Jan 23, 2021 | 8:36 PM
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संजय पाण्डेय/न्यूज़ अड्डा
खड्डा/कुशीनगर। रंगोली भारतीय धार्मिक, सांस्कृतिक आस्था का प्रतीक है,रंगोली को आध्यात्मिक प्रक्रिया का एक महत्त्वपूर्ण अंग माना गया है। तभी तो विभिन्न हवनों एवं यज्ञों में ‘वेदी’ का निर्माण करते समय भी रंगोली बनाए जाते हैं। ग्रामीण अंचलों में घर-आँगन रंगोली बनाने का रिवाज आज भी विद्यमान है उक्त बाते छितौनी इण्टर कॉलेज में आयोजित रंगोली और निबंध प्रतियोगिता में छात्रों द्वारा बनाये गए रंगोली के निरीक्षण उपरांत प्रधानाचार्य सुशील कुमार ने कही। विद्यालय के रंगोली प्रतियोगिता के
निरीक्षक मण्डल में शामिल प्रबंध समिति के कोषाध्यक्ष हरि प्रसाद गुप्त ने छात्रों द्वारा बनाये गए रंगोली को सराहते हुए कहा कि रंगोली भारत की प्राचीन सांस्कृतिक परंपरा और लोक-कला है। अलग अलग प्रदेशों में रंगोली के नाम और उसकी शैली में भिन्नता हो सकती है लेकिन इसके पीछे निहित भावना और संस्कृति में पर्याप्त समानता है।
संस्था के उप प्रधानाचार्य के नेतृत्व में हुई रंगोली में 11 एव मेहंदी प्रतियोगिता में कुल 29 समूहों ने प्रतिभाग किया। निरीक्षण मण्डल में प्रधानाचार्य, कोषाध्यक्ष, उप प्रधानाचार्य के साथ शिक्षक गुलाब चंद, आदर्श तिवारी, नरेंद प्रसाद, महंथ मिश्र, विजय कुशवाहा शामिल रहे। मेहंदी प्रतियोगिता में कुमारी मीनू जायसवाल को प्रथम, कुमारी रोजी खातून को द्वितीय व निधि गुप्ता को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। जबकि रंगोली प्रतियोगिता में पुष्पा कुमारी प्रथम, सोनाली गुप्ता द्वितीय तथा कुमारी प्रियंका को तृतीय स्थान मिला। कार्यक्रम में शिक्षक सत्येंद्र कुमार सिंह, नीरज कुमार लिपिक प्रमोद सिंह, जितेंद्र यादव, विवेक गुप्ता, कमरुद्दीन अंसारी, प्रभात मल्ल , दिनेश यादव,भरत यादव, श्याम सुंदर चौधरी, उपेंद्र गुप्ता, संजीव सिंह, विवेकानंद यादव, वीरेंद्र विश्वकर्मा, चाँदनी श्रीवास्तव, गुलाब गुप्ता, मुक्तिनाथ कुशवाहा, रीना देवी सहित तमाम छात्र/छात्राएं उपस्थित रहे।
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