●आग के चपेट में आने से फैक्ट्री प्रबंधक की मौत,दो जख्मी.।
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️ पालघर.।एशिया की सबसे बड़ी औद्योगिक क्षेत्र जिले के एमआयडीसी तारापुर ईलाके के प्लाँट नं.ई-6/3 व ई-4 की नामचीन मेर्सस केमबाँड केमिकल लि. में सुबह 9.30 के आसपास आज गुरुवार तड़के कुछ भयावह विस्फोट के पश्चात लगी भीषण आग पर कुछ चार घंटे बाद काबू पा लिया गया है। आग लगने का सही कारणों का ठीकठाक पता नही चल पाया है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक़ आसमान में दूर-दूर तक आग एवं धुओं के गुब्बारे देखें जा रहे थें.।
आनन फानन में सुरक्षा एवं बीच बचाव के लिए पुलिस उपाधीक्षक बोईसर के.एस.हेंगाजे,बोईसर पुलिस स्टेशन के सहा.पुलिस निरीक्षक संदीप पाटिल,एमपीसीबी के केतन पाटिल, तानाजी पाटिल फिल्डअधिकारी, एमआयडीसी अग्निशमन दल की दो,नगरपरिषद पालघर की एक और टेप्स की एक कुल चार गाड़ियों के साथ कर्मियों ने बड़े मशक्कत से आग बुझा लिया.।
फिलहाल मौके पर पहुंचे अधिकारी गण एवं पुलिस आग लगने के कारणों और जन- धन के नुकसान का तहकीकात में लगे हुए है।
मिल रही जानकारी के मुताबिक भीषण आग के चपेट में आने के फलस्वरूप फैक्ट्री के प्रबंधक धूमेश पाटिल (54) रामबाग (सफाले) पालघर निवासी को बुरी तरह जल जाने के कारण फौरन नजदीकी अस्पताल तुंगा अस्पताल में ले जाया गया जहां चिकित्सकों द्वारा उन्हें मृत्यु घोषित किये जाने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
फैक्ट्री प्रंबधक के दो बच्चें बताये जा रहे है। जिसमें पिछले महिने उन्होंने लड़की की शादी की है। दो अन्य को जख्मी होने की खबर आ रही है। जिन्हें तुंगा अस्पताल में ईलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
केमिकल एक्सप्लोसिव की जानकारी रखने वाले विशेषज्ञों का मानना है कि मेर्सस केमबाँड केमिकल लि. के यहां एह्डेसिव जैसे कई तरह के सोल्यूशन सामग्रियों की जोड़ने (बाँडिंग), चिपकाने वाला पदार्थ का उत्पादन किया जाता है। यह बेहद खतरनाक एक्सप्लोसिव होता है किसी गड़बड़ी के कारण आपस के सामग्रियों में आग छुते ही भंयकर रुप ले लिया होगा.।