Reported By: Sanjay Pandey
Published on: Jun 7, 2025 | 8:38 PM
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खड्डा/कुशीनगर। त्याग-बलिदान की मिसाल ईद-उल-अजहा पर्व खड्डा तहसील क्षेत्र में शनिवार को अकीदत और उल्लास के साथ मनाया गया। मुस्लिम समुदाय ने अल्लाह की राह में कुर्बानी देकर ईमान और भक्ति का परिचय दिया। पर्व को लेकर शहर से लेकर ग्रामीण अंचलों तक खासा उत्साह देखने को मिला। नमाज अदा करने से लेकर कुर्बानी देने और एक दूसरे के गले मिलकर मुबारकबाद देने तक का दृश्य सौहार्द और भाईचारे का प्रतीक बना रहा। खड्डा कस्बे की ईदगाह मौलाना ने नमाज अदा कराई। अलग-अलग समय में 9.30 बजे तक सभी मस्जिदों में नमाज अदा होती रही। ईदगाहों और मस्जिदों में हजारों की संख्या में नमाजी एकत्र हुए। सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक इंतजाम किए गए थे।
शनिवार को विभिन्न गांवों एवं कस्बे में सभी ने एक साथ विशेष ईद की नमाज अदा की और मुल्क की तरक्की, अमन-चैन, भाईचारे और इंसानियत की सलामती के लिए दुआ मांगी। नमाज के बाद एक-दूसरे से गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी गई। नमाज के बाद कुर्बानी का सिलसिला शुरू हुआ। लोगों ने अपने-अपने घरों में अल्लाह-तआला की राह में कुर्बानी दी। इस दौरान इस्लामी परंपराओं के अनुरूप गोश्त को तीन भागों में बांटने की प्रक्रिया अपनाई गई। एक हिस्सा अपने परिवार के लिए, दूसरा रिश्तेदारों के लिए और तीसरा गरीबों और जरूरतमंदों में वितरित किया गया। साथ ही इस बात का खास ध्यान रखा गया कि कुर्बानी का नुमाइश न हो, क्योंकि शरीयत में इसे सख्त मना किया गया है। ईद-उल-अजहा का संदेश है कि इंसानियत और अल्लाह की राह में त्याग ही सबसे बड़ी इबादत है। यह पर्व हर इंसान को यह सिख देता है कि वह अपने जीवन में दूसरों के लिए भी कुछ कुर्बान करने को तैयार रहे चाहे वह समय हो, धन हो या भावनाएं।
इसी भावना के साथ तहसील क्षेत्र के खड्डा, जखिनियां, बसडीला, बंजारी पट्टी, तुर्कहां, नवल छपरा, चतुर छपरा, कोहरगड्डी, बंधू छपरा, बरवारतनपुर, भुजौली बुजुर्ग, ढोलहा सहित सभी गांवों के मुस्लिम समुदाय के लोगों ने इस बार भी पर्व पूरी श्रद्धा, विश्वास व भाईचारे के साथ मनाया। सुरक्षा व्यवस्था में एसडीएम मोहम्मद जफर, तहसीलदार महेश कुमार सहित खड्डा के प्रभारी निरीक्षक हर्षवर्धन सिंह एवं हनुमानगंज के प्रभारी निरीक्षक मनीष कुमार पांडेय एवं नेबुआ नौरंगिया थानाध्यक्ष दीपक सिंह मय फोर्स जुटे रहे।
Topics: खड्डा