Reported By: Ram Bihari Rao
Published on: Jan 17, 2024 | 7:42 PM
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रामकोला/कुशीनगर । सिख धर्म के दसवें गुरु व खालसा पंथ के संस्थापक गुरु गोविंद की जयंती को सिख समुदाय के लोगों नेे बुधवार को रामकोला चीनी के कालोनी स्थित गुरुद्वारे में 357 वां प्रकाश पर्व के रूप में बड़े ही उमंग और उत्साह के साथ मनाये।इस अवसर पर गुरुद्वारा में कीर्तन और गुरु ग्रंथ साहिब का पाठ हुआ।
शबद कीर्तन के उपरांत सिख समुदाय के लोगों द्वारा प्रसाद स्वरूप लंगर का आयोजन किया गया जिसमें गुरु गोविन्द सिंह के अनुयायियों सहित तमाम लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।सरदार ज्ञानी संजय सिंह ने बताया कि गुरु जी ने खालसा वाणी – “वाहेगुरु जी का खालसा, वाहेगुरु जी की फतह” भी दी।इसके साथ ही उन्होंने जीवन जीने के लिए पांच सिद्धांत भी बताए जिन्हें ‘पांच ककार’ कहा जाता है। पांच ककार में ये पांच चीजें आती हैं जिन्हें खालसा सिख धारण करते हैं। ये हैं- ‘केश’, ‘कड़ा’, ‘कृपाण’, ‘कंघा’ और ‘कच्छा’. इन पांचो के बिना खालसा वेश पूर्ण नहीं माना जाता है।चीनी मिल के प्रधान प्रबंधक यश राज सिंह ने कहा कि उनका जीवन परोपकार और त्याग का जीता जागता उदाहरण है। गुरु गोविंद ने अपने अनुयायियों को मानवता के लिए शांति, प्रेम, करुणा, एकता और समानता की पढ़ाई।
इस दौरान कारखाना प्रबंधक मानवेन्द्र राय, संजय तिवारी,गन्ना महा प्रबंधक सतीश बलियान, सतीश सिंह चौहान, अवधेश सिंह, उर्मिला धारीवाल, आनंद मिश्रा, संंजय चावला, कमल राज मधोक, राज मनोहर, राजेश शर्मा,खजान सिंह, नीतू मधोक, शशि नंदा, मंजू चावला सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।
Topics: रामकोला